रूस और यूक्रेन के बीच करीब 17 महीने से जंग जारी है। 24 फरवरी 2022 को इस जंग की शुरुआत उस वक्त हुई थी जब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ अपनी सेनाओं को विशे। सैन्य ऑपरेशन करने का आदेश दिया था। वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने काला सागर द्वीप का दौरा किया जिसके रक्षकों ने आक्रमण की शुरुआत में एक रूसी युद्धपोत को ललकारा था। यूक्रेन पर मास्को का आक्रमण 500वें दिन तक पहुंच गया था। उन्होंने कहा कि आज हम स्नेक आइलैंड पर हैं, जिसे पूरे यूक्रेन की तरह कब्जा करने वाले कभी नहीं जीत पाएंगे, क्योंकि हम बहादुरों का देश हैं। उन्होंने कहा कि मैं यहां इस विजय स्थल से इन 500 दिनों के लिए हमारे प्रत्येक सैनिक को धन्यवाद देना चाहता हूं।
बता दें कि साल 2014 में रूस ने काला सागर पर क्रीमिया प्रायद्वीप पर अपना कब्जा जमा लिया था। मगर रूस इसे पूर्वी-दक्षिणी यूक्रेन में अपने विशेष सैन्य अभियान के दायरे से बाहर मानते हुए आया है। रूस ने 24 फरवरी, 2022 को अपना आक्रमण शुरू करने के तुरंत बाद स्नेक द्वीप पर कब्जा कर लिया। बाद में एक रेडियो एक्सचेंज वायरल हो गया जिसमें यूक्रेनी सैनिकों को रूस के हमलावर युद्धपोत के चालक दल से यह कहते हुए सुना गया कि वे अपने आत्मसमर्पण की मांग कर रहे थेय़ यूक्रेनी सैनिकों को बंदी बना लिया गया लेकिन बाद में उन्हें रूसी बंदी से बदल दिया गया। कीव ने पिछले साल जून में द्वीप पर दोबारा कब्ज़ा कर लिया।
एक न्यूज एंजेसी के मुताबिक, 24 फरवरी 2022 से लेकर 21 मई 2023 तक इस युद्ध में करीब 15,117 नागरिकों की जान चली गई। वहीं अमेरिका के खुफिया दस्तावेजों के मुताबिक इस युद्ध में करीबन 3,54,000 रूसी और यूक्रेनी सैनिक मारे गए और घायल हुए हैं।