अमेरिका में भारतीय मूल के 5 प्रभावशाली नेता बन सकते हैं MP
अमेरिकी संसद के लिए होने जा रहे मध्यावधि चुनाव में भारतीय मूल के पांच अमेरिकी नागरिक यूएस हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स की रेस में हैं. इनमें से चार उम्मीदवार तो मौजूदा सांसद हैं.
अमेरिकी संसद के लिए होने जा रहे मध्यावधि चुनाव में भारतीय मूल के पांच अमेरिकी नागरिक यूएस हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स की रेस में हैं. इनमें से चार उम्मीदवार तो मौजूदा सांसद हैं. जिन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) की डेमोक्रेटिक पार्टी ने फिर से चुनावी समर में उतारा है.
8 नवंबर को वोटिंग
'द वाशिंगटन पोस्ट' की रिपोर्ट के मुताबिक किसी भी मुकाबले में भारतीय-अमेरिकी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. अमेरिका में इस बार 8 नवंबर को मध्यावधि चुनाव के लिए वोटिंग होनी है. प्रतिनिधि सभा के लिए होने वाले मध्यावधि चुनाव की दौड़ में भारतीय मूल के पांच अमेरिकी नागरिक भी शामिल हैं. अगर चुनावी विश्लेषकों की राय पर गौर किया जाए तो इन भारतीय-अमेरिकियों के प्रतिनिधि सभा के लिए चुने जाने की 100 फीसदी की संभावना है.
भारतीय मूल के नेताओं का जलवा बरकरार
4 मौजूदा सांसदों एमी बेरा, राजा कृष्णमूर्ति, रो खन्ना और प्रमिला जयपाल के पुन: निर्वाचित होने की उम्मीद है. चारों डेमोक्रेटिक पार्टी के हैं. हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव यानी प्रतिनिधि सभा में भारतीय अमेरिकियों के तथाकथित 'समोसा कॉकस' में कुछ बिजनेस टाइकून, कारोबारी और थानेदार की स्थिति भी मजबूत दिख रही है जो मिशिगन के 13वें कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट से चुनाव लड़ रहे हैं.
राजनीतिक सफर पर नजर
इन सभी में सबसे वरिष्ठ सदस्य बेरा कैलिफोर्निया की सातवीं कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट से प्रतिनिधि सभा के लिए छठी बार चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं खन्ना, कृष्णमूर्ति और जयपाल लगातार चौथी बार प्रतिनिधि सभा की दौड़ में शामिल हैं. राजनीतिक विशेषज्ञों के मुताबिक, यह चारों उम्मीदवार अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ पहले से मजबूत स्थिति में है और थानेदार की स्थिति भी मजबूत दिख रही है. थानेदार अगर निर्वाचित होते हैं तो वह बेरा, खन्ना, कृष्णमूर्ति और जयपाल के साथ अगली कांग्रेस में पांचवें भारतीय-अमेरिकी होंगे.
चेन्नई में जन्मीं जयपाल (57) प्रतिनिधि सभा में निर्वाचित होने वाली पहली और इकलौती भारतीय-अमेरिकी महिला है. इस चुनाव में एक अन्य भारतीय-अमेरिकी मैरीलैंड राज्य में इतिहास रचने को तैयार हैं. मैरीलैंड हाउस ऑफ डेलीगेट्स की पूर्व सदस्य अरुणा मिलर डेमोक्रेटिक पार्टी के टिकट पर राज्य के लेफ्टिनेंट गवर्नर पद पर चुनाव लड़ रही हैं. राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक उनका जीतना तय है. अगर ऐसा होता है तो वह मैरीलैंड में इस पद पर निर्वाचित होने वाली पहली भारतीय अमेरिकी होंगी.