दुनिया के शीर्ष-50 पाक-कला गेमचेंजरों में 4 भारतीय
वैश्विक खाद्य-पेय उद्योग के लिए स्थायी समाधान बनाने वाले दुनिया के शीर्ष-50 पाक-कला (गैस्ट्रोनॉमी) गेमचेंजरों की सूची में चार भारतीयों का नाम भी दर्ज हो गया है। इनमें दिल्ली स्थित फोरेंसिक वैज्ञानिक डॉ. रिशा जैस्मीन नाथन, बेंगलुरु के विनेश जॉनी और अनुषा मूर्ति तथा मुंबई की निधि पंत शामिल हैं।
वैश्विक खाद्य-पेय उद्योग के लिए स्थायी समाधान बनाने वाले दुनिया के शीर्ष-50 पाक-कला (गैस्ट्रोनॉमी) गेमचेंजरों की सूची में चार भारतीयों का नाम भी दर्ज हो गया है। इनमें दिल्ली स्थित फोरेंसिक वैज्ञानिक डॉ. रिशा जैस्मीन नाथन, बेंगलुरु के विनेश जॉनी और अनुषा मूर्ति तथा मुंबई की निधि पंत शामिल हैं।
छह महाद्वीपों के 30 क्षेत्रों में इन प्रतिष्ठित नेतृत्वकर्ताओं की दौड़ में शामिल होने के लिए 400 उम्मीदवार शामिल थे। स्पेन के बिलबाओ शहर में 'द 50 नेक्स्ट : क्लास ऑफ 2022' कार्यक्रम में इनका सम्मान किया गया। डॉ. रिशा इस साल के अंत में ब्रिटेन स्थित एंग्लिया रस्किन विवि में व्याख्याता का पद ग्रहण करेंगी।
शेफ विनेश जॉनी भारत में छात्रों को विश्व स्तरीय पेस्ट्री शिक्षा देते हैं। अनुषा मूर्ति संयुक्त उद्यम के अलावा उपभोक्ताओं को सेहतमंद भोजन के लिए एक कुकिंग रोबोट बना रही हैं। जबकि निधि पंत किसानों की फसलों को संरक्षित करने में मदद कर रही हैं।
रिशा ने किया इनोवेटिव काम
रिशा जैस्मीन नाथन ने भोजन और सब्जी के छिलके का उपयोग करके इनोवेटिव काम किया। उन्होंने जल प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए एक स्थायी समाधान का विकल्प दिया।
शेफ विनेश जॉनी ने 10 साल पहले लैवोन अकादमी ऑफ बेकिंग साइंस एंड पेस्ट्री आर्टस डाली। वे युवाओं को पाक कला, बेकिंग, पेस्ट्री बनाने, खाना पकाने का प्रशिक्षण देते हैं।
अनुषा मूर्ति सामूहिक जुड़ाव और कार्यशालाओं के माध्यम से भारतीय खाद्य प्रणाली को बढ़ावा दे रही हैं। वह कुकिंग रोबोट बनाकर सेहतमंद भोजन का विकल्प देना चाहती हैं।
निधि पंत ने एक बिजली मुक्त सौर ऊर्जा से चलने वाला फूड डीहाइड्रेटर बनाया है जो कमजोर समुदायों की भूख मिटाने में मदद करता है। इससे फसलें भी संरक्षित रह सकेंगी।
सिंगापुर में जन्मे भारतीय मूल के खाद्य उद्यमी त्रविंदर सिंह भी अपने फूड टेक स्टार्ट-अप आइडिया के लिए शीर्ष-50 में शामिल हैं जो बर्बाद होते खाने को पेय पदार्थों में बदलते हैं। क्रस्ट ग्रुप के सीईओ त्रविंदर सिंह खाद्य कचरे को बियर और फलों व सब्जियों के कचरे से बने गैर-मादक पेज उत्पाद बनाते हैं। सिंगापुर से शुरू हुआ उनका स्टार्ट-अप ताइवान, जापान, ब्रिटेन और यूरोप तक फैल चुका है। उन्होंने कहा, मैं सिंगापुर में एक पंजाबी हूं और चाहता हूं कि दुनिया में भोजन की बर्बादी रुकना चाहिए।