लोकतांत्रिक गणराज्य कांगो में हुए एक आतंकी हमले में कम से कम 39 लोगों के मारे जाने की खबर है। ये हमला कांगो के पूर्वी छोर पर स्थित बोगा और तचाबी गांव में हुआ है, जहां बोगा में 39 और तचाबी में 19 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। कांगो गणराज्य के उच्च अधिकारियों ने इस हमले के लिए इस्लामिक स्टेट से जुड़े आतंकी समूह को जिम्मेदार बताया है।
वहीं, एक स्थानीय नेता ने हमले के लिए 'एलायड डेमोक्रेटिक फोर्सेज' को जिम्मेदार ठहराया है। इनके मुताबिक पिछले 18 महीनों से इलाके में हो रहे नरसंहार के पीछे युगांडा के इस्लामिक समूह का हाथ है जो लगातार अशांति फैला रहा है।
एक समाचार एजेंसी ने इस बात की पुष्टि की है कि, ये हमला अस्थाई तौर पर कैंपों में रह रहे लोगों पर किया गया है। हमले में मारे गए कुल 39 लोगों में से अभी तक 36 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं।
बताया जा रहा है कि, उत्तरी किवु प्रांत और इटुरी के बीच लगभग 10 किलोमीटर की दूरी है, और दोनों ही इलाकों में हमेशा ही तनाव की स्थिति बनी रहती है। ये दोनों इलाके एडीएफ हमलों और जातिवाद को लेकर विवादों के कारण खबरों में रहते हैं।
बता दें कि एडीएफ अनुमानित तौर पर 122 आतंकियों का बहुत ही घातक समूह है, जिनका डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो के पूर्वी छोर पर कब्जा है। दरअसल डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो के पूर्वी छोर खनिज से भरा हुआ है, जिसके कारण इस जगह को लेकर विवाद होता रहा है। यहां 1996 से 2003 के बीच 2 क्षेत्रीय युद्ध भी लड़े गए हैं।
एक गैर सरकारी संस्था KST का अनुमान है की नवंबर 2019 से लेकर अब तक सिर्फ उत्तरी किवु के बेनी इलाके में लगभग 1228 बेकसूर लोगों ने अपनी जान गंवाई है। इसके बाद ही डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो की फोर्स ने कार्रवाई करते हुए एडीएफ को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ दिया था।
एडीएफ के द्वारा पिछले 6 दिनों में किए गए आतंकी हमलों में करीब 78 लोग मारे गए हैं, तो वहीं तीन अन्य हमलों में पिछले मंगलवार से अब तक 39 लोगों की जान गई है।
11 मार्च को अमेरिका ने एक बयान जारी करते हुए कहा था कि एडीएफ, इस्लामिक स्टेट समूह (आईएस) से जुड़ा है, जिसे आईएसआईएस के नाम से भी जाना जाता है। इसीलिए एडीएफ को डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो का आईएसआईएस कहा जाता था।
डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो के राष्ट्रपति फेलिक्स त्सेसीकेदी ने एडीएफ के बढ़ते हमलों को देखते हुए उत्तरी किवु और इटुरी में 30 दिनों के लिए सख्ती के आदेश दिए हैं। इस आदेश के बाद पुलिस और सेना ने कार्रवाई शुरू कर दी है।