3000 साल पुराने इस मंदिर में मिलीं 35 सुरंगें, पुरातत्वविदों को हैरत में डाला
खूबियों के अलावा कई अलग सी विशेषताएं हैं जिन्हें हमने कभी भी किसी प्राचीन में नहीं देखा है.'
मानवीय सभ्यता लगातार आगे बढ़ रही है. लेकिन आज भी पुराने जमाने की कुछ ऐसी कारीगरी सामने आ जाती है जो यह सोचने पर मजबूर करती है कि आखिर मानव सभ्यता हजारों साल पहले बेहतरीन इमारतों का निर्माण कैसे करती थी. एक बार फिर एक 3 हजार साल पुराने मंदिर की खुदाई ने पुरातत्वविदों को हैरत में डाल दिया है.
पेरू के मंदिर में भूल-भुलैया वाले रास्ते
पेरू में स्थित यह मंदिर कुछ साल पहले सामने आया था. जिसकी खुदाई के दौरान एक सुरंग रूपी मार्ग की खोज मई में की गई थी. स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के पुरातत्वविद् जॉन रिक के अनुसार, इसमें ऐसी विशेषताएं हैं, जिनसे ऐसा लगता है कि मंदिर के नीचे बनीं ये भूल-भुलैया मंदिर की दीर्घाओं से पहले बनाई गई थीं.
नीचे बना है पूरा नेटवर्क
हमारी सहयोगी वेबसाइट WION की खबर के अनुसार रिपोर्टों में कहा गया है कि पेरू के एंडीज में 3,000 साल पुराने मंदिर के नीचे अंडरग्राउंड रास्तों का नेटवर्क पुरातत्वविदों को मिला है. इस मंदिर को चाविन डी हुंतार (Chavin de Huantar) कहा जाता है, यह उत्तर-मध्य एंडीज में स्थित है. कभी यह क्षेत्र यहां रहने वाले लोगों के लिए एक धार्मिक और प्रशासनिक केंद्र था.
35 भूमिगत रास्ते मिले
इस खुदाई में लगभग 35 भूमिगत रास्ते मिले हैं. वे सभी एक दूसरे से जुड़े हुए हैं. ऐसा लगता है कि ये मार्ग 1,200 और 200 साल ईसा पूर्व के बीच बनाए गए हैं और समुद्र तल से 3,200 मीटर ऊपर स्थित हैं.
विश्व धरोहर में है शामिल
1985 में, चाविन डी हुंतार (Chavin de Huantar) को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था. रिक ने रायटर को बताया, 'यह एक मार्ग है, लेकिन यह बहुत अलग है. यह निर्माण का एक अलग रूप है. इसमें पहले पाई गईं खूबियों के अलावा कई अलग सी विशेषताएं हैं जिन्हें हमने कभी भी किसी प्राचीन में नहीं देखा है.'