इजराइल । इजराइल और फिलिस्तीन के बीच सिलसिलेवार हमले हो रहे हैं। इजराइल के तेल अवीव और वेस्ट बैंक वाले हिस्से में आतंकी हमले किए गए हैं। इन हमलों में कुल 3 लोगों की मौत हो गई है, जबकि कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक तेल अवीव में भीड़भाड़ वाले इलाके में एक कार घुस गई। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं वेस्ट बैंक में एक कार पर फायरिंग हुई, इसमें दो इजराइली बहनों की मौत हो गई। इजराइल ने इन हमलों के पीछे फिलिस्तीन का हाथ बताया है।
मीडिया ने इजराइल के अधिकारियों के हवाले से बताया कि हमले में 16 और 20 साल की दो बहनों की मौत हो गई और उनकी मां गंभीर रूप से घायल हो गईं। बताया जा रहा है कि दोनों बहनें मूलतः ब्रिटिश की नागरिक थीं। इजरायल की सेना ने कहा कि हमरा की यहूदी बस्ती के पास एक कार में तीन लोग सवार थे। इसमें दो बहनें और उनकी मां सवार थी। जब सुरक्षाबल मौके पर पहुंचे तो देखा कि तीनों को गोली मारी गई थी। इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने घटनास्थल का दौरा करने के बाद कहा कि निर्दयी आतंकवादियों ने दो युवा बहनों की हत्या कर दी। उन्होंने कहा कि हमारी जमीन पर आतंकवादी घूम रहे हैं और हमारे सुरक्षाबल उनका पीछा कर रहे हैं।
तेल अवीव में हुए आतंकी हमले में जिस व्यक्ति की मौत हुई है, वह इटली का निवासी थी। इस मामले में इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने कहा कि यह कायरतापूर्ण हमला है। उन्होंने अटैक की निंदा करते हुए पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। मृतक की पहचान रोम के एलेसेंड्रो परिनी के रूप में हुई है। मेलोनी ने कहा कि इटली इज़राइल के साथ मजबूती से खड़ा है। पुलिस का कहना है कि ये आतंकी हमले हैं। तेल अवीव में कार चालक भीड़ में इस तरह क्यों घुसा, ये कहना तो मुश्किल है, लेकिन इसके पीछे फिलिस्तीन का हाथ है। वहीं फिलिस्तीन के हमास ने हमले की प्रशंसा की, लेकिन जिम्मेदारी नहीं ली है।
हमले के एक दिन पहले ही अल-अक्सा मस्जिद पर इजरायल के एक्शन के बाद आतंकी संगठन हमास ने इजराइल पर रॉकेट से कई हमले किए थे। वहीं, लेबनान की ओर से भी इजराइल पर रॉकेट दागे गए थे। इसके जवाब में इजराइल ने भी गाजा पट्टी में एयरस्ट्राइक कर हमास के मोर्चे को तबाह कर दिया।
इजराइल हमास को एक आतंकी संगठन मानता है। गाजा पट्टी पर हमास का कब्जा है। हाल ही में गाजा से 25 और लेबनान से 34 रॉकेट इजराइल पर दागे गए थे। इजरायल रक्षा बलों ने इसे 2006 के बाद का सबसे बड़ा रॉकेट हमला बताया। रक्षा बलों के मुताबिक हमास द्वारा दागे गए रॉकेट में ज्यादातर को विफल कर दिया गया। इन हमलों में दो लोग मामूली रूप से जख्मी हुए हैं। वहीं, इस हमले के बाद इजराइल के पीएम जामिन नेतन्याहू सुरक्षा कैबिनेट की बैठक में कहा था कि इजराइल का जवाब हमारे दुश्मनों से महत्वपूर्ण कीमत वसूलेगा।