मीनार-ए-पाकिस्तान पर हुए यौन उत्पीड़न के मामले में 155 संदिग्ध लोगों को रिहा, दुष्कर्म मामले में लिया फैसला
इसके बाद लाहौर पुलिस ने 400 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। और बाद में 161 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार के मुताबिक, पुलिस ने यू-ट्यूबर लड़की के साथ मीनार-ए-पाकिस्तान पर हुए यौन उत्पीड़न के मामले में 155 संदिग्ध लोगों को रिहा कर दिया है। ऐसा पहचान परेड के दौरान पीडि़ता और उसकी टीम के सदस्यों के उन संदिग्धों को नहीं पहचानने के बाद किया गया है। पंजाब सरकार के अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि लाहौर कैंप जेल में एक ज्यूडीशियल मजिस्ट्रेट की निगरानी में सभी 161 संदिग्धों की शिनाख्त के लिए परेड कराई गई थी। लेकिन पीड़ित लड़की और उसकी टीम के सदस्य केवल छह लोगों की ही पहचान कर पाए हैं। इसलिए बाकी 155 लोगों को जेल से रिहा कर दिया गया है।
पहचान किए लोगों को 9 सितंबर न्यायिक हिरासत भेजा गया
पहचान लिए गए लोगों को नौ सितंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इनमें से कुछ संदिग्धों ने अदालत को बताया है कि लड़की ने खुद ही मीनार-ए-पाकिस्तान पर लोगों को वीडियो बनाने के लिए आमंत्रित किया था। इसलिए उसके साथ जो हुआ उसके लिए वह खुद जिम्मेदार है। विगत 14 अगस्त को पाकिस्तान के आजादी दिवस पर मीनार-ए-पाकिस्तान के पास स्थित आजादी चौक में जुटे सैकड़ों युवाओं ने इस महिला का यौन शोषण करके उसे मारा-पीटा और लूटा था।
सोशल मीडिया पर वीडियो हुआ था वायरल
इस घटना का वीडियो वायरल होते ही पूरे पाकिस्तान में इसके खिलाफ गुस्सा भड़क गया था। पाकिस्तान के सभी राजनीतिक दलों के नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस घटना की निंदा की थी। इसके बाद लाहौर पुलिस ने 400 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। और बाद में 161 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।