11 वर्षीय छात्रा एलिसा ने बनाया खास कंबल, ठंड में बेघरों को देख आया विचार
दूसरी तरफ इसके लिये एक बॉक्स भी रखा हुआ है, जिसमें लोग स्वेच्छा से पैकेट रखते हैं.
कड़ाके की ठंड में घर से बाहर निकलने का मन नहीं करता. वहीं, कई बेघर बिना गर्म कपड़ों और बिस्तर गुजारा करने को मजबूर हैं. हालांकि, ऐसे लोगों की मदद के लिये कई समाजसेवी व संस्था हमेशा खड़े रहते हैं. इसके बावजूद कई बेघरों तक मदद नहीं पहुंच पाती. इन्हीं बेघरों की मदद के लिये एक 11 वर्षीय स्कूली छात्रा एलिसा डीन बढ़-चढ़कर मदद कर रही है. वह खुद बेघरों को गर्म रहने के लिए एक खास तरह का कंबल बनाती है. इसके लिये चिप्स, क्रिस्प आदि के पैकेटों का इस्तेमाल करती है.
ठंड में बेघरों को देखकर आया विचार
एलिसा को इन कंबलों को बनाने का विचार तब आया, जब उन्होंने ठंड में ठिठुरते बेघरों को देखा. इसी वजह ने एलिसा को उन्हें सर्दियों के मौसम में सुरक्षित रखने के लिये प्रेरित किया. इसके बाद 11 वर्षीय छात्रा ने गर्म कंबल बनाने शुरू कर दिये. इसके लिये चिप्स, क्रिस्प आदि के पैकेट इकट्ठे करने शुरू कर दिये.
एक कंबल में लगते हैं 44 पैकेट
एलिसा के मुताबिक एक कंबल बनाने के लिए 44 पैकेट लगते हैं. इसके लिये वह शहर से पैकेटे इकट्ठे करती हैं. इसके बाद सभी पैकेटों को इस्त्री कर, कंबल बनाती है. कंबल को गर्म रखने के लिये अन्य चीजों का भी इस्तेमाल करती है. एलिसा को एक कंबल बनाने में 45 मिनट का समय लगता है. इस काम में उनकी 51 वर्षीय मां डार्लिन भी मदद करती हैं. डार्लिन बताती हैं कि एलिसा पर्यावरण के प्रति काफी जागरूक है और यह काम उसके लिये एकदम उपयुक्त है.
अभी तक बना चुकी 80 कंबल
एलिसा बेघरों को देने के लिये कंबल का एक पार्सल तैयार करती है. हर पार्सल में टोपी, दस्ताने, मोजे और चॉकलेट भी रखती है. वह अभी तक ऐसे 80 से अधिक कंबल बना चुकी है. एलिसा एक तरफ जहां खुद पैकेट इकट्ठे करती है. वहीं, दूसरी तरफ इसके लिये एक बॉक्स भी रखा हुआ है, जिसमें लोग स्वेच्छा से पैकेट रखते हैं.