RBI रिपोर्ट: प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी पैदा करती है ग्राहकों की सुरक्षा के लिए जोखिम, धोखाधड़ी की भी है संभावना
उनके पूंजी विनियमन ढांचे को कमजोर कर सकती है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बुधवार को जारी अपनी वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर एक टीप्पणी जाहिर की है। आरबीआइ ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी ग्राहकों की सुरक्षा के लिए तत्काल जोखिम पैदा करती है और इससे धोखाधड़ी के साथ कीमत में काफी ज्यादा उतार-चढ़ाव का खतरा भी होता है। नवीनतम रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया भर में प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी के प्रसार ने नियामकों और सरकारों को संबंधित जोखिमों के प्रति संवेदनशील बना दिया है। आरबीआइ द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में यह कहा गया है कि, "प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी ग्राहकों की सुरक्षा और एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग (एएमएल) या आतंकवाद के वित्तपोषण (सीएफटी) जैसी समस्याओं का मुकाबला करने के लिए तत्काल जोखिम पैदा करती है। क्रिप्टोकरेंसी की अत्यधिक सट्टा प्रकृति को देखते हुए इससे धोखाधड़ी और अत्यधिक मूल्य अस्थिरता का खतरा भी बना हुआ है।