मिलिए बागपत यूपी के युवा नवाचारक अमन से जिनके आईसीटी आधारित प्रोजेक्ट से हुए लाखों लोग लाभान्वित
बागपत। उत्तर प्रदेश शासन के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा गठित जिला विज्ञान क्लब के तत्वाधान में राजकीय कन्या इंटर कॉलेज बागपत में जिला स्तरीय नवप्रवर्तक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में ढाई सौ से अधिक प्रतिभागियों में 21 वर्षीय युवा नवाचारक अमन कुमार के सूचना संचार प्रौद्योगिकी आधारित मॉडल कॉन्टेस्ट 360 को सभी …
बागपत। उत्तर प्रदेश शासन के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा गठित जिला विज्ञान क्लब के तत्वाधान में राजकीय कन्या इंटर कॉलेज बागपत में जिला स्तरीय नवप्रवर्तक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में ढाई सौ से अधिक प्रतिभागियों में 21 वर्षीय युवा नवाचारक अमन कुमार के सूचना संचार प्रौद्योगिकी आधारित मॉडल कॉन्टेस्ट 360 को सभी ने सराहा और सर्वश्रेष्ठ तीन मॉडल में शामिल किया गया। नायब तहसीलदार विवेक मिश्रा, जिला विज्ञान क्लब कोऑर्डिनेटर डॉ प्रीति शर्मा, समग्र शिक्षा समन्वयक नितिन शास्त्री सहित अन्य ने अमन की तकनीकी दक्षता और नवाचार की खूब प्रशंसा की।
विगत वर्ष भी नवाचारक अमन कुमार के मॉडल को सीडीओ द्वारा पुरस्कृत किया गया था। वह फिनलैंड की अंतरराष्ट्रीय संस्था हंड्रेड के इनोवेशन एक्सपर्ट टीम का हिस्सा है और हाल ही में यूनिसेफ इंडिया ने अपने आगामी कार्यक्रमों के तकनीकी परीक्षण में आमंत्रित कर उनकी विस्तृत राय ली थी। वह दुनिया के टॉप एजुकेशन इनोवेशन की वैश्विक सूची तैयार करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय की इनोवेशन सेल से भी जुड़े है। आईसीटी मॉडल पर जिला प्रशासन बागपत हेतु कांवड़ यात्रा एप और नगर निकाय निर्वाचन एप बनाने का श्रेय भी अमन को प्राप्त है। यूनिसेफ इंडिया ने अमन को सितंबर 2023 में नेशनल एंबेसडर नियुक्त किया।
जानिए अमन के प्रोजेक्ट कॉन्टेस्ट 360 मॉडल के बारे में
अमन ने नवंबर 2021 में शून्य निवेश पर कॉन्टेस्ट 360 वेबसाइट का निर्माण किया जिसके माध्यम से एक क्लिक पर ही युवाओं और पेशेवरों के लिए शैक्षिक अवसरों, कार्यक्रमों, संसाधनों की जानकारी दी। युवाओं को ऑनलाइन माध्यम से एक ही क्लिक पर विभिन्न स्कॉलरशिप, फेलोशिप, वेबिनार, वर्कशॉप, क्विज, कंपटीशन, फंडिंग, ग्रांट, अवॉर्ड, एफडीपी आदि की जानकारी मिल रही है। वह इसके माध्यम से इन्फॉर्मेशन गैप की समस्या को दूर करने के लिए कार्य कर रहे है। दो साल की अवधि में उनके प्रोजेक्ट को 76.87 लाख लोगों ने देखा जो प्रोजेक्ट की सार्थकता को दर्शाता है। आत्मनिर्भर होने की राह पर अग्रसर होकर लगभग तीन लाख का मुनाफा हुआ जिसको प्रोजेक्ट के विकास और विस्तार पर खर्च कर रहे है। साथ ही विभिन्न संस्थानों में जाकर प्रोजेक्ट के जागरूकता सत्र आयोजित कर युवाओं को प्लेटफॉर्म से जोड़ रहे है।