आईआईटी दिल्ली ने स्कूली छात्राओं के लिए शुरू किया STEM मेंटरशिप प्रोग्राम

स्कूली छात्राओं को करियर के रूप में विज्ञान चुनने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में भारत के प्रमुख उच्च शिक्षा संस्थान आईआईटी दिल्ली ने STEM (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, गणित) मेंटरशिप प्रोग्राम शुरू किया है।

Update: 2021-12-31 04:11 GMT

श्री राम शॉ

नई दिल्ली। स्कूली छात्राओं को करियर के रूप में विज्ञान चुनने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में भारत के प्रमुख उच्च शिक्षा संस्थान आईआईटी दिल्ली ने STEM (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, गणित) मेंटरशिप प्रोग्राम शुरू किया है।

11वीं कक्षा की छात्राओं के लिए डिज़ाइन किए गए कार्यक्रम का प्राथमिक उद्देश्य युवा छात्राओं को विज्ञान और नवाचार के बारे में रचनात्मक रूप से सोचने के लिए प्रशिक्षित करना, उन्हें अनुसंधान समस्याओं को हल करने में नया अनुभव प्रदान करना और उन्हें एक मजबूत ज्ञान नींव बनाने में मदद करना है।

स्कूली छात्राओं के STEM मेंटरशिप प्रोग्राम के बारे में बोलते हुए आईआईटी दिल्ली के निदेशक, प्रो. वी. रामगोपाल राव ने कहा, "STEM में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की आवश्यकता है। आईआईटी दिल्ली द्वारा शुरू किए गए मेंटरशिप प्रोग्राम के माध्यम से स्कूली छात्राएं यहां की विश्व स्तरीय प्रयोगशालाओं और वहां चल रहे शोध कार्यों से परिचित होंगी। मुझे उम्मीद है कि आईआईटी दिल्ली द्वारा शुरू किया गया मेंटरशिप कार्यक्रम उनके जीवन में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित होगा और वे विज्ञान और प्रौद्योगिकी की दुनिया में प्रवेश करने और अपने शोध कार्य से समाज की मदद करने के लिए प्रेरित होंगी।''

इस पहल के तहत, प्रत्येक स्कूली छात्रा को एक आईआईटी दिल्ली संकाय और उनके शोधार्थियों द्वारा सलाह दी जाएगी। परामर्श अवधि के दौरान, उन्हें STEM विषयों में मूलभूत अवधारणाओं से अवगत कराया जाएगा और विज्ञान प्रयोगशालाओं में प्रयोग की जाने वाली प्रायोगिक विधियों और तकनीकों को भी सिखाया जाएगा।

प्रो पृथा चंद्रा, सह संकायाध्यक्ष, (शैक्षिक, आउटरीच और नई पहल), आईआईटी दिल्ली ने कहा, "यह कार्यक्रम छात्राओं को भविष्य में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आने के लिए आकर्षित करेगा। हमारा मानना है कि छात्राओं को कम उम्र में ही वैज्ञानिक अवधारणाओं से अवगत कराया जाना चाहिए ताकि वे भविष्य में अकादमिक शोध की दृढ़ता की सराहना करने में सक्षम हो सकें और उनमें एकेडेमिक्स को करियर विकल्प के रूप में लेने का आत्मविश्वास पैदा हो सके"।

एक बैच में 11वीं कक्षा की साइंस स्ट्रीम की 10 छात्राएं होंगी और यह तीन स्तरीय कार्यक्रम होने जा रहा है - दो सप्ताह की शीतकालीन परियोजना, (जो दिसंबर 2021 के अंत से शुरू होकर जनवरी 2022 की शुरुआत में समाप्त होगी), एक ऑनलाइन व्याख्यान श्रृंखला, जिसमें रसायन विज्ञान, भौतिकी, जीव विज्ञान, गणित और कुछ इंजीनियरिंग शाखाओं में मॉड्यूल शामिल हैं। ये व्याख्यान IIT दिल्ली के प्रोफेसरों द्वारा फरवरी और अप्रैल 2022 के बीच की अवधि के दौरान दिए जाएंगे। इस अवधि के दौरान, छात्राएं अपने विशिष्ट प्रोजेक्ट्स पर अपने मेन्टर के साथ लगातार बातचीत भी करेंगी। ग्रीष्मकालीन परियोजना (मई-जून 2022 में 3-4 सप्ताह), जहां छात्राओं को प्रयोगशालाओं में अनुभव प्राप्त होगा, और वे अपने मेन्टर के साथ अपनी परियोजना रिपोर्ट को अंतिम रूप देंगी।

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