पुलिस का दावा: प्रकाश कुमार सिंह की मौत हल्द्वानी हिंसा के दौरान नहीं हुई

हिंसा में प्रशासन की ओर से 6 लोगों के मारे जाने की सूचना दी गई थी

Update: 2024-02-16 05:30 GMT

हल्द्वानी: उत्तराखंड के हल्द्वानी में 8 फरवरी को भड़की हिंसा में छह लोगों की मौत की पुष्टि प्रशासन की ओर से की गई थी. इनमें बिहार का एक युवक भी शामिल था. अब पुलिस ने दावा किया है कि बिहार के युवक की जान हिंसा में नहीं गई थी, बल्कि अवैध संबंधों के मामले में उसकी गोली मारकर हत्या की गई थी. दरअसल, बिहार के युवक का शव बनभूलपुरा इलाके में मिला था और उसके सिर पर गोली मारे जाने के निशान पाए गए थे. इसके बाद कहा गया था कि हिंसा में बिहार के युवक की मौत हुई है.

हल्द्वानी पुलिस ने दावा किया कि बिहार के युवक की हत्या हिंसा के दौरान नहीं, बल्कि पुलिसकर्मी की पत्नी के साथ संबंध के कारण की गई थी. पुलिस के अनुसार, एक कांस्टेबल की पत्नी के साथ प्रकाश कुमार सिंह का अवैध संबंध था. इसी मामले में कांस्टेबल ने अपने साथियों के साथ मिलकर प्रकाश की हत्या की थी. पुलिस के मुताबिक, पुलिस को पिछले शुक्रवार को एक शव के बारे में सूचित किया गया था, जिसकी पहचान बाद में प्रकाश के रूप में की गई, जो पिछले दिन की हिंसा के केंद्र से दो-तीन किलोमीटर दूर हल्द्वानी के बनभूलपुरा इलाके में सिर पर गोली लगने के घाव के साथ पाया गया था.

पिछले शुक्रवार को बनभूलपुरा इलाके में मिला था शव

पुलिस ने गुरुवार को कहा कि 24 साल का प्रकाश सिंह नौकरी की तलाश में हल्द्वानी में रहता था. पिछले शुक्रवार को जब प्रकाश का शव पाया गया था, तब अनुमान लगाया गया था कि हिंसा में गोली लगने से प्रकाश की मौत हुई है. लेकिन जांच पड़ताल के बाद ये अवैध संबंध में हुई हत्या का मामला निकला.

हल्द्वानी के सीनियर एसपी प्रह्लाद नारायण मीना ने कहा कि जांच के दौरान, मृतक के मोबाइल नंबर की जांच की गई और पता चला कि प्रकाश, सितारगंज के एक युवक और उत्तराखंड के एक अन्य नंबर के संपर्क में था. एसएसपी ने कहा कि प्रकाश सिंह दो साल से अधिक समय से सूरज नाम के व्यक्ति के घर आता जाता था. सूरज से उसकी दोस्ती भी थी.

एसएसपी ने बताया कि सूरज के घर आने जाने के दौरान उसकी मुलाकात सूरज की बहन प्रियंका से हुई, जो कांस्टेबल बीरेंद्र सिंह की पत्नी थी. मुलाकात के बाद प्रकाश और प्रियंका के बीच अवैध संबंध बन गए. इस दौरान प्रकाश ने वीडियो भी बनाया, जिसके आधार पर वह लगातार प्रियंका को ब्लैकमेल करने लगा. हालांकि, प्रियंका ने इस बारे में अपने पति बीरेंद्र सिंह को कोई जानकारी नहीं दी.

प्रकाश ने खुद फोन कर कांस्टेबल को दी थी जानकारी

हल्द्वानी एसएसपी के मुताबिक, हत्या से एक दिन पहले प्रकाश ने कांस्टेबल बीरेंद्र सिंह को फोन किया था और प्रियंका के बारे में जानकारी दी थी. जानकारी के बाद कांस्टेबल ने अपनी पत्नी और अपने साथी नईम खान उर्फ ​​बबलू के साथ मिलकर प्रकाश की हत्या की साजिश रची.

एसएसपी ने बताया कि बीरेंद्र ने प्रियंका के जरिए प्रकाश को बुलाया. जब प्रकाश आया तो बीरेंद्र ने मोबाइल से वीडियो डिलीट करने को कहा, लेकिन प्रकाश ने वीडियो हटाने से इनकार कर दिया. इसके बाद कांस्टेबल बीरेंद्र ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर प्रकाश की गोली मारकर हत्या कर दी. एसएसपी ने कहा कि बीरेंद्र और उसके सहयोगियों को गुरुवार को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.

गिरफ्तार किए गए लोगों में उधम सिंह नगर के पुलिस कांस्टेबल बीरेंद्र सिंह (36), उनके बहनोई सूरज बैन (28) और उनके सहयोगी प्रेम सिंह (30) और नईम खान (50) शामिल हैं, जबकि बीरेंद्र की पत्नी प्रियंका फरार है. 

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