ग्रामीण समुदायों को टिकाऊ ऊर्जा से सशक्त बनाने के लिए शाओमी ने मिलाया यूनाइटेड वे इंडिया से हाथ
नई दिल्ली (आईएएनएस)| शाओमी इंडिया ने सोमवार को ग्लोबल फिलानथ्रॉपी नेटवर्क यूनाइटेड वे इंडिया के साथ पार्टनरशिप में एक नए मिशन की घोषणा की है। महाराष्ट्र के पालघर जिले के पांच गांवों को टिकाऊ ऊर्जा तक आसान पहुंच प्रदान कर उन्हें सशक्त बनाया जाएगा। इसका मकसद इन गांवों को सोलर फोटोवोल्टिक (सोलर पीवी) इंफ्रास्ट्रक्चर के माध्यम से विश्वसनीय, टिकाऊ ऊर्जा से लैस करना है।
शाओमी ने कहा, गांवों में एक स्थायी सौर ग्रिड सिस्टम स्थापित कर स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देना है, जो बदले में एक विश्वसनीय बिजली आपूर्ति प्रदान करेगा और ग्रामीणों के लिए जीवन की गुणवत्ता में वृद्धि करेगा।
विश्वसनीय और सस्ती बिजली तक पहुंच प्रदान कर 1500 से ज्यादा लोगों को शून्य जीवाश्म ईंधन से खाना पकाने, स्वच्छ पानी, टिकाऊ कृषि और एसडीजी लक्ष्यों की पूर्ति जैसे कई प्रयासों को सक्षम किया जाएगा।
शाओमी इंडिया के अध्यक्ष मुरलीकृष्णन बी. ने कहा, शाओमी में हम सभी के लिए एक उज्जवल भविष्य बनाने का प्रयास करते हैं, और उस विश्वास को वास्तविकता में बदलने के लिए यूनाइटेड वे इंडिया के साथ हाथ मिलाने पर हमें गर्व है। हमारी सौर विद्युतीकरण परियोजना हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने की दिशा में एक कदम है, जो न केवल टिकाऊ है बल्कि पर्यावरण पर प्रभाव को काफी कम करती है।
उन्होंने कहा, इस पार्टनरशिप के जरिए हम स्थायी समाधानों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो समाज और पर्यावरण दोनों को लाभान्वित करते हैं, और अंतत: पालघर जिले में ऊर्जा की कमी से निपटने का अवसर मिलेगा।
इस पहल का उद्देश्य लगभग 150 घरों को हरित ऊर्जा प्रदान करना और बच्चों को पढ़ने, लिखने और सीखने के लिए रोशनी जैसी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने और स्वच्छ पेयजल तक चौबीस घंटे पहुंच प्रदान करना है।
यूनाइटेड वे इंडिया की सीईओ जयंती शुक्ला ने कहा, हमें खुशी है कि शाओमी आत्मनिर्भर भारत की दिशा में इस यात्रा में हमारा समर्थन कर रहा है। यह न केवल कार्बन उत्सर्जन को कम करने और पर्यावरण को स्वच्छ रखने में मदद करता है, बल्कि ग्रामीण समुदायों के उत्थान में भी आगे बढ़कर काम कर रहा है।
इसके अलावा, सोलर इंफ्रास्ट्रक्चर आजीविका गतिविधियों और आय सृजन के लिए एक प्लेटफॉर्म बन जाएगा, जिससे सौर ऊर्जा से चलने वाले कोल्ड स्टोरेज, सौर ऊर्जा से चलने वाले सिलाई का काम और अन्य आय-सृजन गतिविधियां सक्षम होंगी।