सैन फ्रांसिस्को (आईएएनएस)| माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर ने बुधवार को घोषणा की है कि उसने 'हिंसक कंटेंट और समान भाषा' पर अपने नियमों को अपडेट किया है और अब अपनी 'हिंसक भाषण' नीति को आधिकारिक तौर पर लॉन्च कर दिया है। कंपनी ने अपने एटदरेट ट्विटर सेफ्टी अकाउंट से ट्वीट किया है कि नई नीति हिंसक धमकियों, नुकसान की कामना, हिंसा का महिमामंडन और हिंसा को उकसाने पर रोक लगाती है।
उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और हिंसक कार्यो के सामान्यीकरण को रोकने के लिए कंपनी की हिंसक भाषण के प्रति 'जीरो टोलरेंस पॉलिसी' है।
कंपनी ने नीति के पृष्ठ में कहा, "जब कोई स्पष्ट अपमानजनक या हिंसक संदर्भ नहीं होता है तो हम हिंसक भाषण की अभिव्यक्ति की अनुमति देते हैं।"
यह 'भाषण, व्यंग्य, या कलात्मक अभिव्यक्ति के कुछ मामलों की अनुमति देता है जब संदर्भ कार्रवाई योग्य हिंसा या नुकसान को उकसाने के बजाय एक ²ष्टिकोण व्यक्त कर रहा हो।'
मंच ने आगे उल्लेख किया कि यह कोई कार्रवाई करने से पहले बातचीत के पीछे के संदर्भ का मूल्यांकन करेगा।
ज्यादातर मामलों में, ट्विटर 'तत्काल और स्थायी रूप से' उस खाते को निलंबित कर देगा जो इस नीति का उल्लंघन करता है।
हालांकि, कम गंभीर उल्लंघनों के लिए, यह उपयोगकर्ताओं को फिर से ट्वीट करने से पहले अस्थायी रूप से उनके खाते से बाहर कर देगा और यदि वे चेतावनी प्राप्त करने के बाद भी इस नीति का उल्लंघन करना जारी रखते हैं, तो उनका खाता स्थायी रूप से निलंबित कर दिया जाएगा।
प्लेटफॉर्म ने कहा कि अगर आपको लगता है कि आपका खाता गलती से निलंबित कर दिया गया है, तो आप एक अपील सबमिट कर सकते हैं।