स्नैपचैट ऐप किशोरों के बीच काफी लोकप्रिय है या यूं कहें कि यह ऐप किशोरों के लिए एक ऐसा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है, जिस पर सक्रिय रहकर उन्हें लगता है कि वे आधुनिक हो गए हैं। वैसे तो स्नैपचैट कई सेफ्टी फीचर्स के साथ आता है और इसमें कई दिलचस्प फीचर्स भी हैं जिन पर यूजर्स पूरा दिन बिता देते हैं। लेकिन इसके कुछ सेफ्टी फीचर्स ही यूजर्स के लिए बड़ा खतरा बन सकते हैं। इस ऐप पर ज्यादातर छोटे बच्चे एक्टिव रहते हैं, जिन्हें समझाना एक बड़ा काम है। आज हम आपको बताएंगे कि स्नैपचैट बच्चों के साथ-साथ बड़ों के लिए भी खतरनाक साबित हो सकता है।
स्नैपचैट डिलीट मैसेज फीचर
वैसे, अगर लोग अपने फोन में लॉक नहीं रखते हैं या उनका फोन कोई भी व्यक्ति इस्तेमाल करता है, तो स्नैपचैट का यह फीचर उनके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। लेकिन साथ ही यह कुछ यूजर्स के लिए बड़ी समस्या भी खड़ी कर सकता है। इससे पहले आइए आपको बताते हैं कि यह फीचर कैसे काम करता है।
डिलीट मैसेज फीचर कैसे काम करता है?
स्नैपचैट का यह फीचर सामने वाले का मैसेज देखने के 24 घंटे बाद अपने आप हट जाता है। लेकिन मैसेज गायब होने के लिए यह समय आप खुद सेटिंग्स में जाकर सेट करें। स्नैपचैट पर अपठित संदेश 30 दिनों तक चल सकते हैं। हालांकि, स्नैपचैट पर मैसेज सेव करने वाला यूजर इसे तब तक सेव रख सकता है, जब तक वह खुद इसे अनसेव न कर दे।
इस सुविधा के नुकसान
कई बार ऑनलाइन स्कैम के मामलों में यह फीचर स्नैपचैट की खामी बन जाता है। दरअसल, अगर किसी यूजर ने इस पर मैसेज गायब होने की सीमा तय कर रखी है तो वह स्कैमर के खिलाफ सबूत (स्क्रीन शॉट) भी नहीं जुटा सकता। बच्चों से लेकर बुजुर्ग भी इसके शिकार बनते हैं। इसका मतलब यह है कि जब आपके पास पुलिस को दिखाने के लिए किसी चैट का सबूत नहीं है, तो कार्रवाई करना उतना ही मुश्किल हो जाता है।