Smartphone कंपनी ने पेश किया ऑपरेटिंग सिस्टम, जल्द लॉन्च करेगी फ्लैगशिप स्मार्टफोन
Smartphone मोबाइल न्यूज़ :अमेरिका द्वारा लगाए गए कुछ प्रतिबंधों के कारण हुवावे ने अमेरिकी कंपनियों द्वारा बनाए गए हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करने से मना कर दिया है। इतना ही नहीं, इन प्रतिबंधों के जवाब में हुवावे ने अपने पहले नॉन-एंड्रॉइड स्मार्टफोन की भी घोषणा कर दी है। जी हां, जल्द ही हुवावे मेट 70 सीरीज में कस्टम हार्मोनीओएस नेक्स्ट देखने को मिलेगा।
अब तक का सबसे पावरफुल मेट फोन
हुवावे का लेटेस्ट फ्लैगशिप स्मार्टफोन मेट 70 हार्मोनीओएस नेक्स्ट के साथ आने वाला पहला डिवाइस है। यह न तो एंड्रॉइड ऐप को सपोर्ट करता है और न ही गूगल सेवाओं के साथ काम करता है। हुवावे के चेयरमैन रिचर्ड यू ने इसे "अब तक का सबसे पावरफुल मेट फोन" बताया है। यह जल्द ही चीन में बिक्री के लिए उपलब्ध होगा।
अगले साल से नहीं मिलेगा गूगल का एंड्रॉयड
हुवावे मेट 70 सीरीज में चार मॉडल मेट 70, मेट 70 प्रो, मेट 70 प्रो प्लस और मेट 70 आरएस शामिल होंगे। कंपनी इसे यूजर-फ्रेंडली बनाने के लिए एंड्रॉइड-आधारित हार्मोनीओएस 4.3 और हार्मोनीओएस नेक्स्ट के बीच स्विच करने का विकल्प भी दे रही है। हालांकि, अगले साल की शुरुआत से सभी Huawei फोन और टैबलेट डिफ़ॉल्ट रूप से HarmonyOS NEXT पर आधारित होंगे।
डिवाइस के फीचर्स और कीमतें
Mate 70 की शुरुआती कीमत 5,499 युआन यानी करीब 64,000 रुपये है। जबकि Mate 70 Pro की कीमत 6,499 युआन यानी करीब 75,667 रुपये है। डिवाइस में आपको सैटेलाइट कनेक्टिविटी, वाई-फाई 7 और 48MP टेलीफोटो कैमरा जैसे फीचर्स मिलते हैं। वहीं, Mate 70 Pro Plus की कीमत 8,499 युआन यानी करीब 98,952 रुपये है। जबकि Mate 70 RS की कीमत 11,999 युआन यानी करीब 1,39,702 रुपये है। इसमें टाइटेनियम फ्रेम जैसे प्रीमियम फीचर्स शामिल हैं।
फोल्डेबल डिवाइस
Huawei ने Mate X6 नाम से एक नया फोल्डेबल डिवाइस भी पेश किया है। इसमें 7.63 इंच का फोल्डेबल डिस्प्ले दिया गया है और इसकी कीमत 12,999 युआन यानी करीब 1,51,345 रुपये है। आपको बता दें कि Huawei पर 2019 से ही Google सेवाओं के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा हुआ है। हालांकि, इसके बाद भी कंपनी ने अपने डिवाइस को Android-आधारित HarmonyOS के साथ शिप करना जारी रखा, क्योंकि Android एक ओपन-सोर्स प्लेटफॉर्म है लेकिन HarmonyOS NEXT के लॉन्च के साथ ही Huawei पूरी तरह से अपने खुद के ऑपरेटिंग सिस्टम की ओर बढ़ रहा है।