Meta जल्द लॉन्च करेगा ज़बरदस्त फीचर, Deepfake पहचानना

Update: 2024-04-07 10:48 GMT
टेक न्यूज़  : फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर बड़ा ऐलान किया है। दरअसल, कंपनी इस साल मई महीने में अपने नियमों में कुछ नए बदलाव करने जा रही है। मेटा के मुताबिक, मई से कंपनी फेसबुक, इंस्टाग्राम और थ्रेड्स पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद से बनाए गए वीडियो, इमेज और ऑडियो पर मेड विद एआई लेबल लगाना शुरू कर देगी।मेटा के ओवरसाइट बोर्ड की ओर से सलाह दी गई कि कंपनी को अपना दायरा बढ़ाना चाहिए और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का उपयोग करके बनाए गए कंटेंट को अपने नियमों में शामिल करना चाहिए।
'हम अपनी नीतियां बदलने जा रहे हैं।
मेटा ने अपने बयान में कहा कि हम कंटेंट हेरफेर, डीपफेक और झूठ से निपटने के लिए अपनी नीतियों में बदलाव करने जा रहे हैं। इससे एआई टूल्स का उपयोग करके बनाए गए कंटेंट को लेबल करके अलग पहचान दी जाएगी, ताकि उपयोगकर्ता जान सके कि यह कंटेंट एआई की मदद से बनाया गया है, जिससे उन्हें पहचानने में काफी आसानी होगी।
एआई से निर्मित का लेबल दिया जाएगा
मेटा की कंटेंट पॉलिसी की उपाध्यक्ष मोनिका बिकर्ट ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि हम एआई जनरेटेड इमेज, एआई जनरेटेड वीडियो और ऑडियो को 'मेड विद एआई' के रूप में लेबल करेंगे। हालाँकि हम पहले से ही एआई टूल का उपयोग करके बनाई गई वास्तविक दिखने वाली छवियों को 'एआई के साथ कल्पना' के रूप में लेबल करते हैं, यह और भी स्पष्ट होने वाला है।बिकर्ट ने यह भी कहा कि मेटा ने अन्य कंपनियों के जेनरेटिव एआई टूल द्वारा बनाई गई छवियों को कैप्चर करने का एक तरीका ढूंढ लिया है, लेकिन यह अभी तक ज्ञात नहीं है कि इसे कब लागू किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक ये नियम सिर्फ फेसबुक, इंस्टाग्राम और थ्रेड्स पर ही लागू होंगे. व्हाट्सएप और अन्य सेवाओं के लिए अलग-अलग नियम हैं।
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