जनता से रिश्ता वेबडेस्क | मिनिस्ट्री ऑफ कॉरपोरेट अफेयर्स (एमसीए) ने हीरो मोटोकॉर्प लिमिटेड के खिलाफ कथित कॉरपोरेट गवर्नेंस मुद्दों पर जांच के आदेश दिए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 'जनहित' के तहत शुरू की गई इस जांच में कुछ लिंक्ड कंपनियों के वास्तविक स्वामित्व की जांच की जाएगी। सूत्रों ने कहा कि हीरो मोटोकॉर्प के अलावा एमसीए साल्ट एक्सपीरियंस एंड मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड (एसईएमपीएल) के मामलों की भी जांच करेगा, जिस पर उसे हीरो मोटोकॉर्प की 'लिंक्ड इकाई' होने का संदेह है।
उन्होंने कहा, 'हीरो मोटोकॉर्प पर कथित तौर पर मुखौटा कंपनियां बनाने के आरोप लगे हैं। सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज की शुरुआती जांच में कंपनी और उससे जुड़ी इकाइयों के गहन जांच की जरूरत महसूस की गई है। सरकार ने कंपनी अधिनियम की धारा 210(1)(सी) और धारा 216 के तहत जनहित में हीरो मोटोकॉर्प और एसईएमपीएल के मामलों की जांच का आदेश दिया है।
देश की सबसे बड़ी मोटरसाइकिल विनिर्माता कंपनी हीरो मोटोकॉर्प ने एक बयान में कहा कि उसे सरकार से कोई सूचना नहीं मिली है और वह इस पर टिप्पणी नहीं कर सकती। बता दें कि हीरो मोटोकॉर्प के खिलाफ पिछले साल आयकर अधिकारियों ने भी जांच की थी। कंपनी ने पिछले साल कहा था कि कर निरीक्षक नियमित जांच के तहत उसके कार्यालयों और सीईओ पवन मुंजाल के घर गए थे।