भारत में ऑनलाइन हैकिंग के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। लोगों के अकाउंट खाली करने के लिए हैकर्स कई तरीके ढूंढ रहे हैं। ऐसा ही एक तरीका OTP स्कैम का भी है. इसके लिए हैकर्स ने एक ऑटोमेटेड सॉफ्टवेयर प्रोग्राम बनाया है जो ओटीपी वेरिफिकेशन पर काम करता है। इसके जरिए ओटीपी वेरिफिकेशन एपीआई का इस्तेमाल कर लोगों को फंसाया जाता है।
इस प्रोग्राम के जरिए यूजर के फोन पर लगातार कई ओटीपी भेजे जाते हैं। अब जब एक साथ इतने सारे मैसेज आते हैं तो यूजर्स किसी अनऑफिशियल लॉगइन नोटिफिकेशन या हैकिंग नोटिफिकेशन से चूक जाते हैं। यह प्रोग्राम किसी भी नंबर पर जितने चाहें उतने एसएमएस भेज सकता है। इसमें कोई सीमा नहीं है.
जब एक साथ इतने सारे मैसेज आते हैं तो यूजर का मैसेज बॉक्स पूरा भर जाता है और वह उन सभी मैसेज पर ध्यान नहीं दे पाता है. इन सभी ओटीपी एसएमएस के पीछे मुख्य उद्देश्य यह है कि इतने सारे संदेशों के बीच उपयोगकर्ता को किसी भी प्रकार के अनधिकृत संदेश के बारे में पता न चले।CloudSEK के साइबर थ्रेट रिसर्चर ने कहा है कि इस तरह के स्कैम में किसी भी अनाधिकृत मैसेज को छिपाने की कोशिश की जाती है. अब एक साथ इतने सारे OTP मैसेज आने पर बैंक आपके अकाउंट को कुछ समय के लिए ब्लॉक कर सकता है. अगर ऐसा हुआ तो हैकर्स इसका फायदा उठा सकते हैं.
इस काम में हैकर्स कई तरह से मदद लेते हैं। पहला है एसएमएस बॉम्बर जिसके जरिए उन्हें लोगों के नंबरों की लिस्ट मिल जाती है। वहीं, कई हैकर्स डार्क वेब या लिंक्डइन के जरिए भी यह काम करते हैं।इसके अतिरिक्त, एक्सपोज़्ड एपीआई 44 एक्सपोज़्ड एपीआई के साथ भारत, 81 एक्सपोज़्ड एपीआई के साथ रूस और एक एक्सपोज़्ड एपीआई के साथ इंडोनेशिया सहित कई देशों में फैली हुई है।