नई दिल्ली: Reliance Jio ने 5.5G सर्विस को पेश कर दिया है. अभी तक लोगों को ठीक से 5G सर्विस नहीं मिल रही है, ऐसे में जान लीजिए कि 5.5G आखिर है क्या? आसान भाषा में कहें तो ये सर्विस कुछ और नहीं बल्कि 5G का ही बेहतर वर्जन है. इस नेटवर्क को 5G Advance भी कहा जाता है, जिसका मकसद बेहतर नेटवर्क, फास्ट स्पीड और लो-लेटेंसी ऑफर करना है.
आप इसे सामान्य 5G नेटवर्क का बेहतर वर्जन कह सकते हैं. इस अपग्रेड के साथ यूजर्स को बेहतर नेटवर्क मिलेगा. Jio 5.5G के तहत यूजर्स को 1GBps से ज्यादा की स्पीड मिल जाएगी. आइए जानते हैं Jio 5.5G की खास बातें.
5.5G मौजूदा 5G नेटवर्क का एडवांस वर्जन है. इसे शुरुआती 5G स्टैंडर्ड पर तैयार किया गया है जिसका मकसद हाई स्पीड डेटा, व्यापक कवरेज और बेहतर अपलिंक कनेक्टिविटी ऑफर करना है. मल्टी कैरियर एग्रीगेशन की मदद से यूजर्स को 5.5G नेटवर्क पर 10Gbps तक की मैक्सिमम डाउनलिंक स्पीड और 1Gbps की अपलिंक स्पीड मिलेगी.
इससे पर्सनल और इंडस्ट्रियल दोनों ही क्षेत्र के यूजर्स को मदद मिलेगी. जियो इस सर्विस को ऑफर करने वाला अकेला सर्विस प्रोवाइडर नहीं है. दुनिया के दूसरे नेटवर्क प्रोवाइडर्स भी इस सर्विस को ऑफर करते हैं. हालांकि, भारत में इस सर्विस को ऑफर करने वाला जियो पहला प्लेयर है.
Jio 5.5G नेटवर्क मल्टी सेल कनेक्टिविटी के साथ लॉन्च किया गया है. यानी आप एक साथ कई नेटवर्क सेल से कनेक्ट हो सकेंगे, जो अलग-अलग टॉवर के भी हो सकते हैं. इसकी वजह से आपको बेहतर कवरेज और तेज स्पीड दोनों मिलेगी.
ये टेक्नोलॉजी उस एरिया में ज्यादा मददगार साबित होगी, जहां नेटवर्क कंजेशन ज्यादा है. 5.5G इंडस्ट्री के लिए भी बेहतर कैपेबिलिटी लाएगा. इसकी मदद से जरूरी ऐप्लिकेशन्स को बेहतर वायरलेस नेटवर्क मिलेगा. कुल मिलाकर ये टेक्नोलॉजी आपके नेटवर्क एक्सपीरियंस को एक स्तर और ऊपर ले जाएगी.
वैसे तो ज्यादातर फोन्स में ये सेटिंग ऑटोमेटिक एक्टिवेट होती है, लेकिन कुछ फोन्स में आपको मैनुअली एक्टिव करनी पड़ती है. इसके लिए आपको अपने फोन की सेटिंग में जाना होगा. यहां आपको सेल्यूलर के ऑप्शन पर जाना होगा. कुछ फोन्स में ये ऑप्शन मोबाइल नेटवर्क के नाम से मिलता है.
आपको नेटवर्क सेटिंग के कई सारे विकल्प मिलेंगे. आपको यहां पर Preferred Network Type पर जाना होगा. अब आपको ऑटो अपग्रेड के नाम से दो विकल्प मिलेंगे. एक विकल्प 4G/3G/2G (ऑटो) का होता है, जबकि दूसरा ऑप्शन 5G/4G/3G/2G (ऑटो) का होगा. इसका मतलब है कि आपके एरिया में जैसा भी नेटवर्क मौजूद होगा आपका फोन उस सिग्नल पर ऑटो अपग्रेड हो जाएगा.