भोपाल न्यूज़: नासा के वैज्ञानिकों के अनुसार अंतरिक्ष यात्री 2033 तक मंगल ग्रह की परिक्रमा कर सकते हैं लेकिन अगले दशक के अंत तक लाल ग्रह पर पैर रखना एक और ‘साहसिक’ लक्ष्य होगा. एजेंसी के अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी मिशन निदेशालय के एसोसिएट एडमिनिस्ट्रेटर जिम रेउटर ने वॉशिंगटन डीसी में ‘मानव से मंगल शिखर सम्मेलन’ में कहा ‘यह हमारे लिए एक साहसिक लक्ष्य है लेकिन जिन तकनीकों को हमें विकसित करने की आवश्यकता है, उन्हें विकसित करने के लिए यह बहुत कम समय है.’ 2040 तक मंगल ग्रह पर एक मानवयुक्त लैंडिंग मिशन के लिए मनुष्यों को चंद्रमा पर उपस्थिति स्थापित करने की आवश्यकता होगी. यह मंगल ग्रह पर कदम रखने के लिए नासा की पहली प्राथमिकता है.
‘गेटवे’ करेगा मदद: एजेंसी ‘गेटवे’ नामक अपने भविष्य के अंतरिक्ष स्टेशन का व्यापक रूप से उपयोग करने की योजना बना रही है, जो कृत्रिम मंगल मिशन चलाने का भी काम करेगा. अंतरिक्ष यात्री छह महीने के लिए गेटवे में उड़ान भरेंगे और वहां रहेंगे. यह मंगल ग्रह की एकतरफा यात्रा के समान होगा. पृथ्वी पर इस तरह के परीक्षण मिशनों के लिए हवाई में हाई-सीज में अंतरिक्ष यात्री मंगल ग्रह पर होने का दिखावा करते हैं. लेकिन हाई-सीज मंगल ग्रह के गुरुत्वाकर्षण की नकल नहीं करता है.