नई दिल्ली: Ukraine और Russia के बीच युद्ध रियल वर्ल्ड के साथ साइबर वर्ल्ड में भी चल रहा है. रूस के डिजिटल हमलों को रोकने के लिए यूक्रेन 'IT Army' तैयार कर रहा है. शनिवार को इसकी जानकारी यूक्रेन के उप-प्रधानमंत्री Mykhailo Fedorov ने दी है. यूक्रेन ने जानकारी दी है कि उनके हैकर्स क्रिटिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को बचाने में मदद कर रहे हैं और रूसी सेना के खिलाफ साइबर स्पाइंग मिशन में शामिल हैं.
क्या है IT Army?
Mykhailo Fedorov ने अपने ट्वीट में लिखा है, 'हम एक IT Army बना रहे हैं.' इसके साथ ही उन्होंने एक Telegram चैनल का लिंक भी शेयर किया है, जिसमें कई रूसी वेबसाइट्स की लिस्ट है. उन्होंने बताया कि यहां सभी के लिए एक टास्क होगा. हम साइबर फ्रंट पर भी लड़ाई जारी रखेंगे. पहला टास्क साइबर स्पेशलिस्ट्स के लिए इस चैनल पर है. Fedorov ने कहा कि उन्हें डिजिटल टैलेंट की जरूरत है.
इस Telegram चैनल लिस्ट में रूस की 31 प्रमुख बिजनेस और स्टेट ऑर्गेनाइजेशन वेबसाइट्स शामिल हैं. लिस्ट में Gazprom, रूस की दूसरी सबसे बड़ी ऑयल कंपनी Lukoil, तीन बैंक और कई सरकारी वेबसाइट हैं. बता दें कि शनिवार को Kremlin और रूसी राष्ट्रपति Vladimir Putin के ऑफिस की आधिकारिक वेबसाइट Kremlin.ru को ऑफलाइन कर दिया गया.
वहीं पिछले हफ्ते यूक्रेन के सैकड़ों कम्प्यूटर में डेटा-मिटाने वाला संदिग्ध सॉफ्टवेयर पाया गया है. इसकी जानकारी साइबर सिक्योरिटी फर्म ESET ने दी. इस सॉफ्टवेयर के पीछे रूस का हाथ माना जा रहा है, जिस पर पहले भी कई बार यूक्रेन और दूसरे देशों पर साइबर अटैक का आरोप लगा चुका है. ब्रिटेन और अमेरिका का कहना है कि यूक्रेन में हुए साइबर अटैक के पीछे रूस का हाथ है. हालांकि, रूस इस तरह के किसी भी आरोप से इनकार करता रहा है.