क्या गर्मियों में वाहनों में पेट्रोल, डीजल फुल टैंक भरवाना सुरक्षित है?
इंडियन ऑयल ने बताई सच्चाई
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | बहुत सारे लोगों ने व्हाट्सएप या सोशल मीडिया पर इस तरह के मनगढ़ंत दावों के संदेश मिलने का दावा किया। इस तरह के मैसेज न सिर्फ गलत जानकारी फैलाते हैं बल्कि डर की भावना भी पैदा करते हैं।
वायरल संदेशों ने लोगों से 'केवल आधा टैंक भरने और हवा के लिए जगह छोड़ने' की अपील की है।
ऐसे संदेश में दावा किया गया है, "तापमान में बढ़ोतरी के कारण कृपया टैंक की अधिकतम सीमा तक पेट्रोल न भरें, इससे ईंधन टैंक में विस्फोट हो जाएगा। यदि आप पेट्रोल ले रहे हैं, तो आधा टैंक भरें और बाकी को हवा के लिए छोड़ दें।"
सरकारी तेल कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOC) ने हाल ही में ट्विटर पर इन दावों का खंडन करते हुए एक बयान जारी किया।
देश के सबसे बड़े तेल रिफाइनर और रिटेलर IOC ने एक बयान में कहा, "ऑटोमोबाइल निर्माता अपने वाहनों को परफॉर्मेंस की जरूरतों, दावों और परिवेश की स्थितियों के साथ अंतर्निहित सुरक्षा कारकों के साथ डिजाइन करते हैं।"
आईओसी ने ट्वीट में कहा, "पेट्रोल/डीजल वाहनों के लिए ईंधन टैंक में बताई गई अधिकतम मात्रा कोई अपवाद नहीं है। इसलिए सर्दियों या गर्मी के बावजूद, निर्माता द्वारा बताई गई फुल लिमिट (अधिकतम) तक वाहनों में तेल भरना सुरक्षित है।" तेल कंपनी ने साफ तौर पर कहा कि सर्दियों या गर्मी की परवाह किए बिना निर्माता द्वारा निर्दिष्ट सीमा (अधिकतम) तक वाहनों में ईंधन भरना पूरी तरह से सुरक्षित है।