iPhone 15 Pro Max: नए आईफोन का ये वीडियो हैरत में डाल देगा
हाथ से जोर लगाते ही इस यह फोन टूट गया।
नई दिल्ली: कैलिफोर्निया की टेक कंपनी ऐपल ने अपनी iPhone 15 सीरीज के नए मॉडल्स बीते दिनों लॉन्च किए हैं और इनकी सेल भी शुरू हो गई है। इस लाइनअप में iPhone 15, iPhone 15 Plus, iPhone 15 Pro और iPhone 15 Pro Max चार मॉडल्स शामिल हैं। वैसे तो ऐपल डिवाइसेज प्रीमियम डिजाइन के साथ आते हैं लेकिन इसके सबसे प्रीमियम iPhone 15 Pro Max ने मजबूती से जुड़े टेस्ट में फेल होकर सबको चौंका दिया है। वीडियो में दिख रहा है कि केवल हाथ से जोर लगाते ही इस यह फोन टूट गया।
ऐपल ने नए iPhone 15 मॉडल्स को ग्रेड-5 टाइटेनियम की मदद से तैयार किया है और दावा किया है कि इस बदलाव से पहले के मुकाबले मजबूती मिलेगी। जाहिर सी बात है कि अगर ग्राहक करीब 1.5 लाख रुपये खर्च करते iPhone 15 Pro Max खरीदते हैं तो कम से कम इसके मजबूत होने की उम्मीद तो करेंगे ही और इस पैमाने पर डिवाइस खरा नहीं उतरा है। जरा सा जोर लगाते ही फोन का बैक ग्लास टूटने का मतलब है कि ऐसा डिवाइस पर दबाव पड़ने या इसे बैक पॉकेट में रखने की स्थिति में भी हो सकता है।
लोकप्रिय यूट्यूबर जैक अपने चैनल 'JerryRigEverything' पर नए स्मार्टफोन्स का ड्यूरेबिलिटी टेस्ट करते हैं और उन्होंने iPhone 15 Pro Max को भी मजबूती के पैमाने पर परखा। वीडियो के दौरान बाकी टेस्ट पास करने के बाद जब बारी बेंड टेस्ट की आई तो सबसे प्रीमियम ऐपल आईफोन मॉडल का बैक ग्लास टूट गया। मजे की बात है कि जैक ने केवल जरा सा जोर लगाया था और बैक ग्लास टूटने में देर नहीं लगी। इससे पहले एक अन्य यूट्यूब की ओर से किए गए ड्रॉप टेस्ट में भी iPhone 15 मॉडल चकनाचूर हो गया था और कैमरा मॉड्यूल तक बाहर निकल आया था।
जैक ने iPhone 15, iPhone 15 Plus और iPhone 15 Pro को भी ऐसे ही ड्यूरेबिलिटी टेस्ट से गुजारा लेकिन उन्होंने अपनी मजबूती साबित की और नहीं टूटे। इन स्मार्टफोन्स ने सेरेमिक शील्ड ग्लास पर स्क्रैच टेस्ट से लेकर रियर पैनल की मजबूती और फ्रेम की स्क्रैच रेसिस्टेंस भी साबित की। बेंड टेस्ट में भी ये तीनों ही मॉडल्स मजबूत साबित हुए और 15 Pro Max की तरह इनका बैक ग्लास नहीं टूटा। ऐसे में सबसे महंगे iPhone 15 मॉडल की मजबूती को लेकर सवाल उठना लाजिमी है।
ऐपल की ओर से टाइटेनियम की मजबूती को लेकर किया जा रहा दावा झूठा नहीं है और कंपनी iPhone 15 Pro मॉडल्स में वाकई टाइटेनियम का फ्रेम दे रही है। हालांकि, बेशक इस आईफोन का फ्रेम टाइटेनियम का हो लेकिन बैक और फ्रंट पर ग्लास पैनल ही हैं। इसके अलावा स्क्रीन पर मिलने वाली सेरेमिक शील्ड जैसी सुरक्षा इसके बैक पैनल पर नहीं मिलती। संभव है कि इस ग्लास के आकार में बड़ा होने के चलते यह कमजोर है क्योंकि 15 Pro मॉडल भी टाइटेनियम फ्रेम के साथ आता है लेकिन वह छोटे आकार के चलते टेस्ट में फेल नहीं हुआ।