Microsoft Windows यूजर्स के लिए सरकार ने जारी की चेतावनी, हैक हो सकता है सिस्टम
Microsoft Windows टेक न्यूज़: माइक्रोसॉफ्ट विंडोज यूजर्स के लिए सख्त चेतावनी जारी की गई है। भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने माइक्रोसॉफ्ट के कई उत्पादों में सुरक्षा खामियां पाई हैं। इन खामियों की वजह से यूजर्स की निजी जानकारी खतरे में पड़ सकती है। यह खामियां हैकर्स को आपकी संवेदनशील जानकारी तक पहुंच प्रदान कर सकती हैं। अगर यूजर्स द्वारा इन पर ध्यान नहीं दिया गया तो हैकर्स आपको बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं। एजेंसी ने यूजर्स को सुरक्षित रहने और ऐसे जोखिमों को कम करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सलाह भी दी है। सरकारी
कौन से यूजर्स के लिए खतरे की घंटी
CERT-In के अनुसार, यह खामी माइक्रोसॉफ्ट के कई उत्पादों के लिए जोखिम भरी साबित हो सकती है। इनमें माइक्रोसॉफ्ट विंडोज, माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस, माइक्रोसॉफ्ट एज़्योर, डेवलपर टूल्स और माइक्रोसॉफ्ट SQL सर्वर शामिल हैं। एजेंसी ने कहा कि ये खामियां कई तरह के सुरक्षा उल्लंघन पैदा कर सकती हैं। इस स्थिति में हमलावर डेनियल ऑफ सर्विस (DOS) जैसी स्थिति भी पैदा कर सकते हैं। आपके सिस्टम को मनमाने तरीके से संचालित कर सकते हैं। जो सुरक्षा के लिहाज से बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है।
एज यूजर्स के लिए हाई रिस्क चेतावनी
माइक्रोसॉफ्ट एज यूजर्स के लिए भी हाई रिस्क चेतावनी जारी की गई है। एडवाइजरी में कहा गया है कि टीम ने माइक्रोसॉफ्ट एज (क्रोमियम आधारित) में एक उच्च सुरक्षा भेद्यता का पता लगाया है। जिसका नोट CIVN-2024-0316 है, यह 129.0.2792.79 से पहले के माइक्रोसॉफ्ट एज के संस्करणों को प्रभावित करता है। इन क्रोमियम आधारित खामियों का फायदा उठाकर, रिमोट अटैकर उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा के लिए खतरे की घंटी बजा सकते हैं। एडवाइजरी में आगे कहा गया है कि इन खामियों का सफल दोहन करने से अटैकर आपके सिस्टम पर मनमाना कोड निष्पादित कर सकते हैं।
कैसे रहें सुरक्षित
एजेंसी ने उपयोगकर्ताओं को सलाह दी है कि वे Microsoft द्वारा जारी नवीनतम अपडेट पर अपने डिवाइस का उपयोग करके ऐसी सुरक्षा खामियों से बचें और कंपनी द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
ध्यान रखने योग्य कुछ अन्य बातें
किसी भी वेबसाइट से सॉफ़्टवेयर इंस्टॉल करने से बचें।
हमेशा कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट से सॉफ़्टवेयर इंस्टॉल करें।
डिवाइस का उपयोग केवल नवीनतम OS पर करें।
कंपनी द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
डिवाइस में संदिग्ध सॉफ़्टवेयर का उपयोग न करें।