फ्लिपकार्ट आंत्रप्रेन्योर्स को सफलता हासिल करने हेतु सशक्त बना रहा

Update: 2023-06-29 15:55 GMT
व्यापार | उद्यमशीलता की यात्रा शुरू करना एक परिवर्तनकारी अनुभव हो सकता है जो महत्वपूर्ण व्यक्तिगत विकास की ओर ले जाता है। ऐसी यात्रा व्यक्तियों को अपने आराम क्षेत्र से बाहर निकलने, जोखिम लेने और अनिश्चितता को स्वीकार करने की चुनौती देती है। यह व्यक्तियों को उनके द्वारा किए गए कार्यों और लिए गए निर्णयों के लिए उसकी जवाबदेही लेने में भी मदद करता है। आशीष कुकरेजा और सिबाजी सरकार जैसे लोगों को अपनी उद्यमशीलता यात्रा शुरू करने में मदद करने वाला एकमात्र प्लेटफार्म फ्लिपकार्ट है। भारत का घरेलू ईकॉमर्स मार्केटप्लेस प्लेटफार्म फ्लिपकार्ट उद्यमियों को विभिन्न सहायता, मार्गदर्शन और सेवाएँ प्रदान करके न सिर्फ उन्हें एक मंच प्रदान करता है बल्कि यह इससे भी कहीं आगे है। फ्लिपकार्ट द बिग बिलियन डेज़ जैसे प्रमुख कार्यक्रम और कई अन्य प्रमोशन आयोजित करता है जो हाई कस्टमर ट्रैफ़िक और सेल्स दोनों का उत्पन्न करते हैं।
आइए इस लेख में उन दो प्रतिभाशाली व्यक्तियों की प्रेरक कहानियों पर गौर करते हैं जिन्होंने मजबूती से आगे बढ़ने के लिए 9 से 5 वाली नौकरी के च्रक को तोड़ कर एक साधारण सी शुरुआत से लेकर रु. 50 करोड़ का टर्नओवर की ऊंचाइयों को छुआ है और कैसे फ्लिपकार्ट ने क्रासा के संस्थापक को सफलता हासिल करने और कुछ अलग करने के लिए सशक्त बनाया।
एक छोटे जूता ब्रांड क्रासा के संस्थापक आशीष कुकरेजा ने 9 से 5 की नौकरी की सीमित आय से ऊपर उठने की तीव्र महत्वाकांक्षा के साथ अपनी उद्यमशीलता यात्रा शुरू की। एक छोटी सी पहल से शुरुआत करते हुए, उन्होंने परिवार और दोस्तों के सपोर्ट पर भरोसा करते हुए 2014 में क्रासा की स्थापना की। बिजनेस के धीरे-धीरे बढ़ने पर आने वाले ऑर्डर को आसानी से पूरा करने के लिए आशीष ने अपनी माँ और बहन के साथ घर पर ही जूते पैक करके सप्लाई करना शुरू किया।
हालांकि, आशीष को जल्द ही यह एहसास हुआ कि व्यवसाय शुरू करना आसान था; लेकिन असली चुनौती उत्पादों को बेचने में है। यही वह समय था जब ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म फ्लिपकार्ट ने आशीष के जीवन में प्रवेश किया। फ्लिपकार्ट के विज्ञापन सिस्टम और मार्गदर्शन का लाभ उठाते हुए, क्रासा ने देश भर में एक विशाल ग्राहक आधार तक पहुंच हासिल की। उनकी सलाह से, क्रासा ने अपनी उत्पाद श्रृंखला का विस्तार किया और बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि का अनुभव किया।
आशीष की मेहनत और उनके प्रयास रंग लाए और महज सात साल में क्रासा का टर्नओवर प्रभावशाली रूप से 50 करोड़ रुपए तक पहुंच गया। ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म एक फ्लेक्सिबल चैनल साबित हुआ, क्योंकि क्रासा ने फ्लिपकार्ट की द बिग बिलियन डे बिक्री के दौरान महामारी से होने वाले नुकसान की सफलतापूर्वक भरपाई की। हालांकि, आशीष की आकांक्षाएं यहीं समाप्त नहीं हुईं। उन्होंने कंपनी के लिए आने वाले तीन साल में 100 करोड़ रुपए तक एक नया लक्ष्य निर्धारित किया
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