न्याय व्यवस्था पर यकीन को इन कहानियों से मिली मजबूती
कोर्टरूम ड्रामा पर बनीं फिल्में सीरीज
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | कोर्ट ड्रामा पर आधारित फिल्में हो या सीरीज उससे चलने वाली जिरह हमेशा से ही रोमांचित करती रहती है। यह एक ऐसा जॉनर है, जिसे लगभग हर वर्ग के दर्शक खूब पसंद करते हैं। ऐसी फिल्में या सीरीज इस लिए सफल होते हैं, क्योंकि इसके विषय आम आदमी से जुड़े रहते हैं। कोर्ट रूम में जिरह के दौरान चौकाने वाले रहस्योद्घाटन दर्शकों को अपनी सीट से बांधे रहते हैं। कोर्ट रूम के अंदर चलने वाले रहस्यपूर्ण ट्विस्ट हों या भावुक करने वाले तर्क, दर्शकों को रोमांचित करते रहते हैं। आइये नजर डालते हैं इन फिल्म और सीरीज पर जिसने दर्शकों के ऊपर अपना अच्छा खासा प्रभाव छोड़ा है।
हाल ही में अभिनेता मनोज बाजपेयी की फिल्म 'सिर्फ एक बंदा काफी है' ओटीटी प्लेटफार्म जी 5 पर रिलीज हुई है। इस फिल्म की लोकप्रियता को देखते हुए अब इसे थियेटर में रिलीज करने की तैयारी चल रही है। सच्ची घटना पर आधारित इस फिल्म में मनोज बाजपेयी ने वकील पीसी सोलंकी की भूमिका निभाई है। यह एक साधारण व्यक्ति की कहानी है, जिसने देश के सबसे बड़े धर्मगुरु के खिलाफ अकेले दम पर केस लड़ा और पीड़िता को न्याय दिलाई। एक लड़की के साथ दुष्कर्म के आरोप में एक प्रसिद्ध कथावाचक के खिलाफ साल 2013 में दिल्ली में केस दर्च हुआ था। फिल्म में मनोज बाजपेयी ने वकील की जबरदस्त भूमिका निभाई है। अपूर्व सिंह के निर्देशन में बनी यह फिल्म जी 5 पर 23 मई 2023 को रिलीज हुई थी।
दिल्ली के उपहार सिनेमा के अग्निकांड की कहानी पर बनी सीरीज 'ट्रायल बाय फायर' नीलम और शेखर कृष्णमूर्ति द्वारा लिखित इसी नाम के संस्मरण पर आधारित है। इस अग्निकांड में सैकड़ो लोगों ने अपनी जान गवा दे थी, जिसमे नीलम और शेखर कृष्णमूर्ति ने भी अपने दो बच्चों को खो दिया था। दोनों अपने बच्चों को खोने के बाद न्याय के लिए लड़ते हैं। इस सीरीज में नीलम की भूमिका राजश्री देशपांडे और शेखर कृष्णमूर्ति की भूमिका अभय देयोल ने निभाई थी। प्रशांत नायर के निर्देशन में बनी यह सीरीज 13 जनवरी 2023 को नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हुई थी।