नई दिल्ली: 5G नेटवर्क जल्द ही भारत में रोलआउट हो जाएंगे. Jio, Airtel और Vi तीनों ही 5G सर्विसेस की तैयारी को फाइनल करने में लगे हुए हैं. टेलीकॉम मंत्री के मुताबिक अक्टूबर तक भारत में 5G सर्विस मिलने लगेगी. सोमवार को राज्यमंत्री देवुसिंह चौहान ने इसकी जानकारी दी है. 5G स्पेक्ट्रम नीलामी पूरी होने के बाद लोग बेसब्री से 5G सर्विसेस लाइव होने का इंतजार कर रहे हैं.
इंटरनेशनल टेलीकम्यूनिकेशन यूनियन रिजनल स्टैंडर्डाइजेशन फोर्म के एक उद्घाटन समारोह में पहुंचे देवुसिंह चौहान ने बताया कि इस साल के अंत तक 5G सर्विसेस के लिए स्वदेशी 5G टेलीकॉम गियर भी उपलब्ध होंगे.
चौहान ने बताया, 'लगभग एक महीने में 5G मोबाइल सर्विसेस देश में रोलआउट हो जाएंगी, जो हर सेक्टर में विकास के प्रभाव को बढ़ा देंगी. एक 6G टेक्नोलॉजी इनोवेशन ग्रुप भी सेटअप किया गया है, जो स्वदेशी 6G डेवलप करने पर काम करेगा.'
उन्होंने बताया कि सरकार स्वदेशी डिजाइन, डेवलपमेंट और मैन्युफैक्चर्ड एडवांस टेलीकॉम टेक्नोलॉजी को बढ़ावा दे रही है. चौहान ने कहा कि हमने पूरी तरह से स्वदेशी 5G टेस्ट बेड विसकित किया है, जो 5G नेटवर्क एलिमेंट्स की टेस्टिंग में मदद करेगा.
इस साल के अंत तक हमें देश में विकसित और मैन्युफैक्चर हुए 5G स्टैक्स देखने को मिल सकते हैं. हाल में ही 5G स्पेक्ट्रम नीलामी की प्रक्रिया पूरी है. सरकार ने 1.5 लाख करोड़ रुपये की नीलामी की है.
इसमें सबसे ज्यादा बोली मुकेश अंबानी की कंपनी जियो ने लगाई है. जियो ने 88,078 करोड़ रुपये के स्पेक्ट्रम खरीदे हैं. जल्द ही भारत में 5G सर्विसेस लाइव हो जाएंगी. 6G लॉन्चिंग को लेकर सरकार देरी नहीं करना चाहती है. यही वजह है कि इस पर अभी से तैयारी शुरू कर दी गई है.
6G नेटवर्क पर यूजर्स को 5G के मुकाबले अलग अनुभव मिलेगा. दूरसंचार विभाग का कहना है कि 5G सर्विसेस शुरू होने से 4G की तुलना में 10 गुना तेजी स्पीड मिलेगी. इससे कंटेंट जल्द डाउनलोड होगा. साथ ही नेटवर्क क्वालिटी भी बेहतर होगी.