नई दिल्ली: Apple को iPhone 4S स्लो करने के मामले में दोषी पाया गया है. इस वजह से इसे iPhone 4S यूजर्स को पैसे देने होंगे. Apple पर आरोप लगाया था कि इसने साल 2015 में जारी किए iOS 9 वर्जन अपडेट से डिवाइस को स्लो कर दिया था.
इस लॉ शूट को सात साल पहले फाइल किया गया था. अब जाकर कंपनी ने इस मामले को सेटल किया है. कंज्यूमर्स ने दावा किया था कि Apple ने iOS 9 को लेकर झूठा प्रचार किया था इससे परफॉर्मेंस एनहेंस्ड हो जाएगी.
लेकिन, इस अपडेट के बाद iPhone 4S यूजर्स के डिवाइस की परफॉर्मेंस स्लो हो गई. इसको लेकर अब ऐपल 15 डॉलर (लगभग 1,125 रुपये) iPhone 4S यूजर्स को देगा. रिपोर्ट के अनुसार ऐपल पर ये केस न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी के iPhone 4S यूजर्स ने किया था.
ये पहली बार नहीं है जब ऐपल पर iPhones को स्लो करने के आरोप लगे हैं. कई रिपोर्ट्स में बताया गया है कि कंपनी नए अपडेट के साथ पुराने iPhone मॉडल्स की बैटरी को स्लो कर देती है ताकि यूजर्स नए मॉडल पर अपग्रेड करते रहे. इसके बाद बैटरी हेल्थ इंडिकेटर को कंपनी को ऐड करना पड़ा ताकि आईफोन के बैटरी बिहेवियर के बारे में पता लगाया जा सके.
कंपनी न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी iPhone 4s यूजर्स के साथ 20 मिलियन डॉलर (लगभग 1.5 अरब रुपये) कंपसेट कर रही है. iPhone 4S काफी पुराना हो चुका है. यूजर्स को 15 डॉलर का मुआवजा मिलना कोई बड़ी बात नहीं है. लेकिन, कोर्ट के इस तरह के फैसले की वजह से कंज्यूमर्स का विश्वास न्याय व्यवस्था में बरकरार रहता है.
चूंकि, ये लॉ शूट अमेरिका में फाइल किया गया था, इस वजह से ये साफ नहीं है कि ऐपल ये पेमेंट दूसरे मार्केट में मौजूद iPhone 4S यूजर्स को देगा या नहीं जिन्होंने iOS 9 पर अपडेट किया है. इसके लिए ऐपल एक वेबसाइट सेटअप कर सकता है. इससे यूजर्स अपने iPhone 4S का IMEI नंबर देकर पैसे क्लेम कर सकते हैं.