इस साल AI सुर्खियों में है. चैट जीपीटी के बाद कई कंपनियों ने अपने एआई टूल लॉन्च किए हैं। इनमें से सबसे लोकप्रिय है गूगल का बार्ड। चैट जीपीटी ने जिस तरह से कम समय में लोकप्रियता हासिल की, उसके बाद से सभी टेक कंपनियां उसी बड़े भाषा मॉडल पर काम करना चाहती हैं। कुछ समय पहले खबर आई थी कि सैमसंग अपने खुद के चैटबॉट पर काम कर सकता है ताकि उसके कर्मचारी चैट जीपीटी की मदद न लें। इस बीच खबर है कि टेक जॉइंट Apple Chat GPT को टक्कर देने के लिए एक बड़े भाषा मॉडल पर काम कर रहा है, जिसे AppleGPT नाम दिया जा सकता है।
चैट जीपीटी की तरह यह टूल भी सवालों के जवाब देगा
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, Apple ने Ajax नाम से अपना खुद का फ्रेमवर्क विकसित किया है ताकि वह चैटबॉट्स का परीक्षण कर सके। फिलहाल यह जानकारी सामने नहीं आई है कि कंपनी इसे कब रोलआउट करेगी। कहा जा रहा है कि यह अगले साल तक सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हो सकता है और AppleGPT चैट GPT की तरह लोगों के सवालों का जवाब देगा। Apple इस चैटबॉट पर आंतरिक रूप से काम कर रहा है। पिछले महीने हुए डेवलपर्स इवेंट में भी कंपनी ने इस बारे में कोई जानकारी साझा नहीं की थी. हालाँकि कंपनी ने कुछ प्रोडक्ट्स जैसे Apple Photos, ऑन-डिवाइस टेक्स्टिंग और हाल ही में लॉन्च किए गए मिक्स्ड-रियलिटी हेडसेट Vision Pro में AI का इस्तेमाल किया है, जिससे पता चलता है कि कंपनी AI पर काम कर रही है।
यहां Apple सितंबर में iPhone 15 सीरीज लॉन्च कर सकता है. इस सीरीज को लेकर हर कोई उत्साहित है क्योंकि ये सीरीज कई बदलावों के साथ आ रही है. इस बार डायनामिक आइलैंड फीचर 15 सीरीज के सभी मॉडलों पर उपलब्ध होगा। साथ ही कंपनी बेस मॉडल में 48MP का प्राइमरी कैमरा दे सकती है। टिपस्टर अभिषेक यादव के मुताबिक, कंपनी iPhone 15 Pro Max वेरिएंट में 6X ऑप्टिकल ज़ूम पेरिस्कोप लेंस दे सकती है।