5G के बाद अब लोगों को मिलेगी 6G सर्विस, टेलीकॉम मंत्री ने बताया पूरा प्लान
टेक न्यूज़ दिल्ली: डेस्क देशभर में चल रहे कुछ अहम मुद्दों की जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जीएसएम ने टेलीकॉम सेक्टर को ग्लोबल अवार्ड से नवाजा है और यह सरकार की नीतियों का नतीजा है। अपनी बात रखते हुए उन्होंने न सिर्फ 5G नेटवर्क की बात कही बल्कि ये भी बताया कि दूसरे देशों की तरह भारत भी 6G तकनीक के मामले में आगे रहना चाहता है और भारत को 6G सर्विस के लिए 100 पेटेंट मिल चुके हैं। केंद्रीय दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जीएसएम पुरस्कार मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए यह भी बताया है कि भारत को 6जी सेवा के लिए 100 पेटेंट मिल चुके हैं। उन्होंने कहा कि हम इस क्षेत्र पर पूरी तरह से फोकस कर रहे हैं।
टास्क फोर्स से मिली रिपोर्ट के बाद हम जल्द ही इस दिशा में कदम उठाएंगे। उन्होंने कहा था कि दूसरे देशों की तरह भारत भी 6जी तकनीक के मामले में आगे रहना चाहता है। इस दशक के अंत तक देश में 6जी नेटवर्क शुरू हो जाएगा, इस जानकारी से एक बात साफ है कि अगले दस साल में भारत 6जी नेटवर्क से लैस हो जाएगा। 5जी नेटवर्क के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि टेलीकॉम कंपनियां 5जी सेवाएं शुरू कर रही हैं और दिसंबर 2024 तक देशभर के सभी यूजर्स को 5जी सेवा का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जल्द ही आपको टेलीकॉम सेक्टर में ज्यादा से ज्यादा नई नौकरियां देखने को मिलेंगी, जिससे हजारों-लाखों लोगों को फायदा होगा।
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जीएसएम अवार्ड एक बड़ी उपलब्धि है जो सरकार द्वारा किए गए सुधारों को दर्शाता है। बता दें कि भारत ने ग्लोबल स्पीड टेस्ट में 118 से 69 और अब 49 नंबर से अपनी जगह बना ली है। उन्होंने बताया कि टास्क फोर्स ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है और इस रिपोर्ट में बताया गया है कि सरकार को 100 पैटर्न मिले हैं। अश्विनी वैष्णव ने बताया कि हमें एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है और वह यह है कि मौजूदा समय में 99 फीसदी लोग देश में बने हैंडसेट यानी मेड इन इंडिया मोबाइल फोन का ही इस्तेमाल कर रहे हैं उन्होंने बताया कि एक करोड़ डॉलर के भारत में बने मोबाइल का निर्यात किया जाएगा।
आपको बता दें कि भारत में यूपीआई के प्रति न सिर्फ लोगों की दिलचस्पी बढ़ रही है, बल्कि 50 से 60 देशों ने भी सरकार के यूपीआई सिस्टम को अपनाने में दिलचस्पी दिखाई है। आपको बता दें कि भारत में जहां धीरे-धीरे 5जी सेवाएं शुरू हो रही हैं, वहीं विदेशों में भी 6जी नेटवर्क पर काम शुरू हो गया है। आप लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि दक्षिण कोरियाई सरकार ने घोषणा की है कि 2028 तक 6G नेटवर्क शुरू कर दिया जाएगा। बता दें कि वह 6जी सेवा लागू करने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है और इस परियोजना पर करीब 625.3 अरब वॉन (करीब 3,978 करोड़ रुपये) खर्च होंगे।