महेंद्र सिंह धोनी को स्टंपिंग करते देख खुश तो बहुत होते हो, आउट होने वालों के बारे में भी जानिए
महेंद्र सिंह धोनी के स्टंपिंग करते हुए वीडियो देखे और दिखाए जाते हैं लेकिन आउट होने वालों के बारे में भी तो जानिए.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। क्रिकेट देखते हुए देखा जाता है कि कई बार बल्लेबाज बाहर निकलकर बड़ा शॉट लगाने की कोशिश करते हैं. कई बार यह कोशिश कामयाब होती है और कई बार नाकाम. नाकाम होने पर बल्लेबाज स्टंप आउट करार दिया जाता है. यानी बल्लेबाज क्रीज से बाहर रह गया और कीपर ने पीछे से स्टंप्स बिखेर दिए. पर क्या आप जानते हैं कि टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा बार स्टंप आउट कौन हुआ है? आज इसी पर डालते हैं नज़र-
टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा बार स्टंप आउट ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान एलन बोर्डर हुए हैं. वे नौ बार इस तरह से आउट हुए. हालांकि इस दौरान तीन बार तो एलन बोर्डर शतक लगाने के बाद स्टंप आउट हुए. जिन नौ मैच में वे स्टंपिंग का शिकार हुए उनमें उन्होंने 68.33 की औसत से 615 रन बनाए और 205 उनका सर्वोच्च स्कोर रहा.
दूसरे नंबर पर भी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ही है. यहां पर माइकल क्लार्क का नाम आता है. वे आठ बार क्रीज से बाहर शॉट लगाने की कोशिश में स्टंप आउट हुए. इस तरह से आउट होने वाले मैचों में क्लार्क ने 52.62 की औसत से 421 रन बनाए. वेस्ट इंडीज के महान क्रिकेटर क्लाइड वालकॉट भी अपने टेस्ट करियर में आठ बार स्टंप आउट हुए. उन्होंने इस तरह से आउट होने वाले मैचों में 63 की औसत से 504 रन बनाए. 220 उनका बेस्ट स्कोर रहा.
इसके बाद वेस्ट इंडीज के जर्मेन ब्लैकवुड, इंग्लैंड के वॉली हेमंड, ऑस्ट्रेलिया के कॉलिन मैक्डॉनल्ड, मोंटी नोबल, रिकी पोंटिंग और मार्क टेलर का नाम आता है. ये सभी खिलाड़ी अपने करियर में सात-सात बार स्टंप आउट हुए. इनमें रिकी पोंटिंग का रिकॉर्ड जबरदस्त रहा. उन्होंने स्टंप आउट होने वाले मैचों में 100.85 की औसत से 706 रन बनाए. उनका सर्वोच्च स्कोर 706 रन रहा.
इस लिस्ट में भारतीय बल्लेबाजों पर नज़र डाली जाए तो सबसे ऊपर पूर्व कप्तान अनिल कुम्बले का नाम आता है. वे छह बार स्टंप आउट हुए. वहीं वीवीएस लक्ष्मण, फारुख इंजीनियर और वीरेंद्र सहवाग अपने टेस्ट करियर में पांच-पांच बार स्टंप हुए.