Spotrs.खेल: इन दिनों इंटरनेशनल क्रिकेट में आराम फरमा रही टीम इंडिया 19 सितंबर से एक्शन में होगी, जब वह बांग्लादेश के खिलाफ अपने घर में 2 टेस्ट मैचों की सीरीज का आगाज करेगी. इस सीरीज से पहले ज्यादातर भारतीय खिलाड़ी गुरुवार से शुरू हो रहे घरेलू टूर्नामेंट दलीप ट्रॉफी में खेलने को तैयार हैं. इस कड़ी में युवा ओपनिंग बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) भी खास होंगे, जो इस प्लेटफॉर्म को टेस्ट क्रिकेट की तैयारी के रूप में देख रहे हैं. जायसवाल यहां भारतीय टीम के नए कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) से मिली सलाह के साथ खेल दिखाना चाहेंगे. दलीप ट्रॉफी के मैच से पहले इस लेफ्टहैंडर बल्लेबाज ने कहा कि गौतम गंभीर के शब्द खिलाड़ियों में जज्बा जगाने में मददगार होते हैं, जिससे खिलाड़ियों का स्वभाविक खेल निकलकर बाहर आता है.
बता दें जायसवाल गंभीर की कोचिंग में हाल ही में श्रीलंका दौरे पर टी20I सीरीज में खेले थे. उन्होंने रोहित शर्मा की कप्तानी और राहुल द्रविड़ की कोचिंग में भारतीय टीम में अपना डेब्यू किया था. उन्हें टेस्ट और टी20 डेब्यू का मौका मिला है, जबकि वनडे इंटरनेशनल में मौका मिलने का उन्हें अभी भी इंतजार है. इस बल्लेबाज को भारतीय क्रिकेट में नए उभरते हुए चैम्पियन के तौर पर देखा जा रहा है, जिसने 9 टेस्ट की 16 पारियों में 1000 रन का आंकड़ा पार कर लिया है. वह अब विनोद कांबली के बाद टेस्ट में सबसे तेज 1000 रन बनाने वाले दूसरे भारतीय बल्लेबाज हैं. 9 टेस्ट के अलावा वह अब तक 23 टी20 इंटरनेशनल मैच भी खेल चुके हैं.
22 वर्षीय यह खिलाड़ी गुरुवार से
दलीप ट्रॉफी में इंडिया B के लिए खेलते दिखाई देंगे, अभिमन्यु ईश्वरन इसके कप्तान हैं. इस मैच से पहले जायसवाल ने कहा कि कोच गंभीर के गुरुमंत्र के साथ ही आगे बढ़ेंगे. उन्होंने कहा कि हेड कोच गंभीर खिलाड़ियों को समर्थन देते हैं. वह जो बातें खिलाड़ियों से करते हैं उससे खिलाड़ियों को अपना स्वभाविक खेल खेलने में मदद मिलती है. समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत करते हुए इस युवा बल्लेबाज ने कहा, ‘हां, श्रीलंका के खिलाफ सीरीज के दौरान मैंने उनसे बात की है. वह सचमुच हमें समर्थन करते हैं और कहते हैं हम आपके साथ हैं. उनके शब्दों से आजाद होकर अपने गेम एन्जॉय करते हुए खेलने का मौका मिलता है. यह हमें बहुत भरोसा देता है और बेखौफ खेलने में मददगार होता है.’ इस बल्लेबाज ने कहा, ‘मैं नेट्स में कड़ी मेहनत कर रहा हूं. पहले दलीप ट्रॉफी है और फिर बांग्लादेश सीरीज. यह व्यक्तिगत लक्ष्य निर्धारित करने के लिए नहीं है. जैसा कि आप जानते हैं कि क्रिकेट में आपको निरंतरता और अपने हुनर पर लगतार काम करने की दरकार होती है.’