ऋद्धिमान साहा ने हेड कोच राहुल द्रविड़ और बीसीसीआई प्रेसिडेंट सौरव गांगुली को लेकर ये कहा

ऋद्धिमान साहा

Update: 2022-07-02 17:01 GMT

अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा को शनिवार को बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन (CAB) से एनओसी प्राप्त हुआ, जिससे बंगाल टीम के साथ उनका करार समाप्त हो गया. बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन (CAB) ने एक स्टेटमेंट जारी करते हुए बताया, 'ऋद्धिमान साहा कैब में आए और राष्ट्रपति अविषेक डालमिया को एक आवेदन में एसोसिएशन से एनओसी मांगी.

कैब ने साहा के अनुरोध पर सहमति दी और उन्हें दूसरे राज्य के लिए खेलने के लिए एनओसी प्रदान की. साथ ही कैब ने उन्हें उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दीं.' साहा ने 2007 में डेब्यू करने के बाद से बंगाल के लिए 122 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं. फिलहाल अभी यह ज्ञात नहीं है कि भारतीय घरेलू क्रिकेट के आगामी सत्र में वे किस टीम के लिए खेलेंगे.

गांगुली-द्रविड़ पर लगाए थे आरोप
ऋद्धिमान साहा ने हेड कोच राहुल द्रविड़ और बीसीसीआई प्रेसिडेंट सौरव गांगुली को लेकर कहा था, 'टीम मैनेजमेंट ने मुझसे कहा था कि अब मेरा चयन नहीं होगा. यहां तक कि कोच राहुल द्रविड़ ने कहा था कि मुझे रिटायरमेंट लेने के बारे में सोचना चाहिए. इसके अलावा जब साल 2021 के कानपुर टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ मैंने पेन किलर लेकर नाबाद 61 रन बनाए थे, तो दादा (सौरव गांगुली) ने मेरी काफी तारीफ की थी.' ऋद्धिमान साहा ने कहा था, 'राहुल द्रविड़ ने व्हाट्सएप पर मुझे मैसेज किया था और बधाई दी थी. उन्होंने यहां तक कहा कि जब तक मैं बीसीसीआई का प्रेसिडेंट हूं तुम्हे चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. बोर्ड प्रेसिडेंट की तरफ से ये बातें सुनकर मेरा कॉन्फिडेंस काफी बढ़ गया था. हालांकि अब मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि सबकुछ इतना जल्दी कैसे बदल गया.'
मुसीबत में पड़ा टीम इंडिया के इस खिलाड़ी का करियर बंगाल के साथ अपने समय में, ऋद्धिमान साहा ने 41.98 की औसत से 6,423 रन बनाए, जिसमें 13 शतक और 38 अर्धशतक शामिल हैं. बंगाल के साथ ऋद्धिमान साहा का जुड़ाव तब खत्म हुआ जब कैब के संयुक्त सचिव देवव्रत दास ने इस साल की शुरूआत में राज्य की टीम के लिए उनकी प्रतिबद्धता पर सवाल उठाया.
रणजी ट्रॉफी के ग्रुप चरण में शामिल नहीं थे
साहा व्यक्तिगत कारणों से 2021-22 रणजी ट्रॉफी के ग्रुप चरण में शामिल नहीं हुए थे. यह कदम उस समय आया जब उन्हें मार्च में श्रीलंका के खिलाफ दो मैचों की घरेलू टेस्ट सीरीज के लिए भारत की टीम से बाहर कर दिया गया था. साहा को झारखंड के खिलाफ रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल मैच के लिए बंगाल की टीम में शामिल किया गया था, लेकिन यह कदम उनकी सहमति के बिना हुआ और कैब अध्यक्ष अविषेक डालमिया ने बाद में एक बयान में कहा कि साहा नॉकआउट मैच में खेलने के लिए तैयार नहीं थे.


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