वर्ल्ड ड्वार्फ गेम्स : पैरालंपिक एथलीट मार्क धरमाई ने भारत को दिलाया पहला गोल्ड
खेल: भारतीय खेलों में एक और स्वर्णिम अध्याय। पैरालंपिक एथलीट मार्क धर्माई ने वर्ल्ड ड्वार्फ गेम्स में स्वर्ण पदक जीता। जर्मनी में आयोजित वर्ल्ड ड्वार्फ गेम्स में भारत स्वर्ण पदक जीतने वाला पहला खिलाड़ी बना।
बोस्किया (युगल) प्रतियोगिता में मार्क धर्माई ने भारत को जीत दिलाई। और उन्होंने खेल जगत के इतिहास के पन्ने में अपना नाम सुनहरे अक्षरों में लिख लिया है. इस जीत के साथ ही वर्ल्ड ड्वार्फ गेम्स में भारत का स्वर्णिम सफर शुरू हो गया है. धर्माई प्रतियोगिता में चार और पदक हासिल करने में भी सफल रहे।
उन्होंने डिस्कस थ्रो, बैडमिंटन (युगल), बैडमिंटन (एकल) और भाला फेंक में कांस्य और रजत पदक जीते हैं। मौजूदा विश्व बौना खेलों में 22 देशों के 505 प्रतियोगियों ने भाग लिया। शारीरिक अक्षमताओं के बावजूद प्रतियोगियों ने शानदार प्रदर्शन कर दुनिया बदल दी है। मार्क धर्माई उनमें से एक हैं।
मुंबई के बांद्रा के रहने वाले मार्क धर्माई ने सबसे पहले गोल्ड जीतकर इतिहास रच दिया है। उनकी सफलता के बाद, बांद्रा जिमखाना ने उन्हें आजीवन सदस्यता से सम्मानित किया। धर्माई बांद्रा जिमखाना में नियमित रूप से अभ्यास करते हैं।