टी-20 विश्व कप के 'प्लान बी' पर काम शुरू...BCCI और ICC के बीच हुई बैठक
बीसीसीआइ ने भले ही आधिकारिक तौर पर आइसीसी से ये ना कहा हो कि हम संयुक्त अरब अमीरात में विश्व कप कराएंगे
बीसीसीआइ ने भले ही आधिकारिक तौर पर आइसीसी से ये ना कहा हो कि हम संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में विश्व कप कराएंगे, लेकिन वहां पर टी-20 विश्व कराने को लेकर रविवार को आइसीसी के अधिकारियों और बीसीसीआइ के पदाधिकारियों के बीच बैठक हुई। दैनिक जागरण ने पांच जून को प्रकाशित अंक में ही बता दिया था कि टी-20 विश्व कप आयोजन अब भारत में नहीं, बल्कि यूएई में ही होगा। अब इसके आयोजन को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं।
बीसीसीआइ के एक पदाधिकारी ने बताया कि बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गांगुली, उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला, कोषाध्यक्ष अरुण कुमार धूमल और आइसीसी के शीर्ष अधिकारियों ने रविवार को दुबई में बैठक की। बीसीसीआइ सचिव जय शाह शनिवार को ही भारत लौट आए थे, इसलिए वह इस बैठक में वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये शामिल हुए। अब टी-20 विश्व कप यूएई में कराने के लिए आपस में यह तय किया जा रहा है कि राजस्व को किस तरह से बांटा जाएगा। अगर यह विश्व कप भारत में होता तो राजस्व दूसरी तरह से बंटता।
होटलों की बुकिंग को लेकर भी बात हुई
बीसीसीआइ की शनिवार को अमीरात क्रिकेट बोर्ड के साथ बैठक हुई थी और अब रविवार को आइसीसी के साथ बैठक हुई। इन बैठकों में इस बात पर चर्चा हुई कि राजस्व का बंटवारा कैसे होगा।बीसीसीआइ अधिकारी ने आगे बताया कि इसके अलावा, बैठक में होटलों की बुकिंग को लेकर भी बात हुई, क्योंकि उसी समय वहां पर दुबई एक्सपो (इस साल एक अक्टूबर से अगले साल 31 मार्च तक) होना है, जिसमें दुनिया भर के लोग आएंगे। ऐसे में आइसीसी और बीसीसीआइ के सामने सबसे बड़ी चुनौती 16 टीमों के लिए होटल की बुकिंग करना होगी।
इन मुद्दों को लेकर चर्चा हुई
मालूम हो कि आइपीएल का बाकी सत्र सितंबर-अक्टूबर में यूएई में खेला जाएगा। बीसीसीआइ पदाधिकारी ने आगे बताया कि बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि आइपीएल के तुरंत बाद टी-20 विश्व कप शुरू हो जाएगा, ऐसे में उसके लिए किस तरह से पिचें तैयार की जाएंगी और हर मैदान पर कितनी पिचें तैयार की जाएंगी। दर्शकों के आने या नहीं आने की स्थितियों में किस तरह की योजना रहेगी। इन दोनों मुद्दों को लेकर भी चर्चा हुई।
बायो-बबल को लेकर सबसे लंबी चर्चा चली
इसके अलावा बायो-बबल (कोरोना से बचाव के लिए सुरक्षित माहौल) को लेकर सबसे लंबी चर्चा चली, जिसमें इस बात पर जोर दिया गया कि बायो-बबल को किस तरह से किया जाए, जिससे कि कोरोना का एक भी संक्रमण का मामला नहीं आए। साथ ही इसमें किस कंपनी को शामिल किया जाए। बैठक के दौरान इस बात का उदाहरण भी सामने रखा गया कि पिछली बार जब यूएई में आइपीएल हुआ था तो बायो-बबल ने बहुत अच्छा काम किया था।
ओमान में क्वालीफायर मैच कराने को लेकर भी चर्चा हुई
इसके अलावा ओमान में क्वालीफायर मैच कराने को लेकर भी चर्चा हुई। हालांकि, इसे लेकर अभी यूएई की सरकार से बात करनी पड़ेगी, क्योंकि इसमें एक पेंच यह भी है कि यदि हम ओमान में क्वालीफायर कराते हैं और जो दो टीमें क्वालीफाई होकर आएंगी तो अगर यूएई सरकार उन्हें 15 दिन के क्वारंटाइन पर भेजती है तो पूरा विश्व कप खतरे में पड़ जाएगा। उसके लिए अभी आइसीसी और बीसीसीआइ यूएई सरकार से अनुमति मांगेगे कि इसको लेकर छूट दी जाए कि वे टीमें ओमान के बायो-बबल से सीधे यूएई के बायो-बबल में आ जाएं और उन्हें क्वारंटाइन नहीं करना पड़े। अगर यूएई सरकार ये बात मानती है तभी ओमान में क्वालीफाइंग मैच कराए जाएंगे, नहीं तो दूसरा रास्ता देखा जाएगा।