टीम इंडिया के ये 4 बल्लेबाज क्यों नहीं ले रहे है संन्यास

भारतीय क्रिकेट टीम में सेलेक्शन होना जितना मुश्किल माना जाता है, उससे कई गुना ज्यादा मुश्किल खुद को टीम इंडिया में बरकरार रखना होता है

Update: 2022-07-17 11:53 GMT

भारतीय क्रिकेट टीम में सेलेक्शन होना जितना मुश्किल माना जाता है, उससे कई गुना ज्यादा मुश्किल खुद को टीम इंडिया में बरकरार रखना होता है, क्योंकि टीम के बाहर भी कई ऐसे खिलाड़ी होते हैं, जो अपने बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर तगड़ा कॉम्पिटिशन देते हैं. भारत के 4 खिलाड़ी ऐसे हैं, जिनका टेस्ट करियर लगभग खत्म हो गया है और उनके लिए भारतीय टेस्ट टीम के दरवाजे भी बंद नजर आ रहे हैं, लेकिन अभी तक इन्होंने संन्यास का ऐलान नहीं किया है. आइए नजर डालते हैं इन 4 खिलाड़ियों पर:

1. मुरली विजय
भारत के लिए टेस्ट डेब्यू करने के बाद से मुरली विजय ने कई सालों तक टीम इंडिया के लिए शानदार प्रदर्शन करके दिखाया है. मुरली विजय आखिरी बार साल 2018 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा थे, लेकिन मुरली विजय उस दौरे पर अच्छा प्रदर्शन करने में कामयाब नहीं हुए थे और इसी कारण उन्हें टीम से बाहर निकाल दिया गया था. आपको बता दे कि मुरली विजय ने अपना टेस्ट डेब्यू नवंबर 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किया था और अपना आखिरी मैच भी वो दिसंबर 2018 में ऑस्ट्रेलिया के लिए ही खेलते हुए नजर आए थे. मुरली विजय के टेस्ट करियर को लेकर बात की जाए तो उन्होंने 61 टेस्ट मैचों में 38.29 की औसत के साथ 3982 रन अपने खाते में जोड़े हैं. इस दौरान उनके बल्ले से 12 शतक और 15 अर्धशतक निकले थे. 37 वर्षीय मुरली अब टीम में जगह बना पाए इसकी उम्मीद ना के बराबर है. इसका मुख्य कारण है कि वो घेरलू क्रिकेट भी नहीं खेल रहे हैं.
2. करुण नायर
जब करुण नायर ने इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में तिहरा शतक जड़ा था, तब ऐसा लग रहा था कि करुण नायर लंबी रेस का घोड़ा हैं, लेकिन ऐसा देखने को नहीं मिला. तिहरे शतक बनाने के बाद वो अच्छा प्रदर्शन करने में सफल नहीं हो सके, इसलिए उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया. करुण नायर ने अपना टेस्ट डेब्यू इंग्लैंड के खिलाफ नवंबर 2016 में किया था और उसके बाद वो आखिरी बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मार्च 2017 में खेलते हुए दिखाई दिए थे. उन्होंने अपने करियर में मात्र 6 टेस्ट मैच ही खेले हैं और 62.33 की औसत के साथ 374 रन बनाए हैं. टेस्ट में उनका हाई स्कोर 303 रन है.
3. शिखर धवन
साल 2013 में शिखर धवन ने ऑस्ट्रलिया के खिलाफ अपने डेब्यू मैच में ही शतकीय पारी खेल दी थी, लेकिन इंग्लैंड में 2018 के दौरे पर खराब फॉर्म के कारण उन्हें टीम से बाहर निकाल दिया गया. धवन के टेस्ट करियर की बात की जाए तो उन्होंने भारत के लिए अभी तक 34 टेस्ट खेले हैं और 40.61 की औसत के साथ 2315 रन अपने नाम किए हैं. इस दौरान उनके बल्ले से और 7 शतक और 5 अर्धशतक देखने को मिले हैं. उनका हाई स्कोर 190 रन है. धवन अब 36 साल के हो चुके हैं और टेस्ट क्रिकेट में बतौर सलामी बल्लेबाज उनके लिए जगह खाली नहीं है और अब टेस्ट क्रिकेट में दोबारा खेलने की उम्मीद बहुत कम है.
4. ऋद्धिमान साहा
ऋद्धिमान साहा बहुत अच्छे विकेटकीपर हैं. हालांकि उन्हें टेस्ट क्रिकेट में उन्हें खेलने का मौका नहीं मिल पाया है. उन्होंने 2010 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट में अपना डेब्यू किया था. उसके बाद से अब तक वो सिर्फ 40 टेस्ट मैच ही खेल पाए हैं. 37 साल के ऋद्धिमान साहा को लेकर भारतीय टीम मैनेजमेंट ने चयनकर्ताओं को कह दिया है की साहा उनके भविष्य की योजनाओं में शामिल नहीं होंगे. उन्हें श्रीलंका के खिलाफ हुई टेस्ट सीरीज से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. अब यह खिलाड़ी दोबारा टेस्ट टीम में वापसी कर पाए इसकी उम्मीद लगभग खत्म हो चुकी हैं. साहा के टेस्ट करियर को लेकर बात करें तो उन्होंने 40 टेस्ट


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