IPL Final में जब-जब रहा हिट,जानिए कौन है लीग का सबसे बदनसीब खिलाड़ी?
लीग का सबसे बदनसीब खिलाड़ी?
Cनई दिल्ली. बात हो रही है गुजरात टाइटंस के विकेटकीपर बैटर ऋद्धिमान साहा की. बंगाल से आने वाले साहा ने आईपीएल के डेब्यू सीजन यानी 2008 में कोलकाता नाइट राइडर्स से खेलना शुरू किया था. 2010 तक वह टीम के साथ रहे. इस दौरान केकेआर कभी फाइनल तक नहीं पहुंची. ऋद्धिमान साहा 2011 से 2013 तक चेन्नई सुपर किंग्स के कैंप में रहे. 2011 में जब एमएस धोनी की सीएसके ने दूसरी बार आईपीएल खिताब जीता तो फाइनल में साहा की बैटिंग ही नहीं आई. वह बड़े मुकाबले में अपना हुनर नहीं दिखा सके.
ऋद्धिमान साहा ने 2014 में किंग्स इलेवन का दामन थामा, जहां वह 3 साल तक रहे. 2014 में विकेटकीपर बैटर ने पंजाब के लिए 13 पारियों में 362 रन बनाए. इसमें एक शतक और 2 अर्धशतक शामिल थे. पंजाब फाइनल में पहुंचने में कामयाब रही जहां उसकी भिड़ंत साहा की पहली टीम कोलकाता नाइट राइडर्स से होनी थी. फाइनल में ऋद्धिमान ने केकेआर के खिलाफ 55 गेंद में नाबाद 115 रन ठोके, लेकिन पंजाब 3 विकेट से मैच हार गई. इसके बाद साहा सनराइजर्स हैदराबाद से जुड़े.
2018 में हैदराबाद फाइनल में पहुंचने में सफल रही, पर प्लेइंग इलेवन में विकेटकीपर बैटर को जगह ही नहीं मिली. हालांकि, सनराइजर्स को भी इस मैच में चेन्नई से हार का सामना करना पड़ा. ऋद्धिमान साहा 2022 में गुजरात टाइटंस में शामिल हुए. विकेटकीपर बैटर ने 11 पारियों में 2 अर्धशतक के साथ 317 रन बनाए. गुजरात फाइनल में पहुंची और साहा मेगा मुकाबले की प्लेइंग इलेवन में भी रहे, लेकिन वह 5 रन बनाकर क्लीन बोल्ड हो गए. हार्दिक पंड्या की टीम चैंपियन बनी, पर फाइनल में साहा परफॉर्म नहीं कर पाए.
2023 में गुजरात फिर फाइनल में पहुंची. ऋद्धिमान साहा ने पूरे टूर्नामेंट में 17 पारियों में 371 बनाए. फाइनल में साहा ने साहस दिखाया और 2022 की कसर भी निकाली. विकेटकीपर बैटर ने चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ ताबड़तोड़ 54 रन ठोके, लेकिन बदनसीबी यहां भी ऋद्धिमान साहा के पीछे थी. आखिरी ओवर की अंतिम गेंद के रोमांच में गुजरात टाइटंस हार गई और चैंपियन का खिताब भी गंवा दिया.