Lifetyle.लाइफस्टाइल: हिंदी दिवस भारत के लिए गौरवशाली दिन है। इस दिन को मनाने के लिए एक खास वजह ये है कि दुनिया में हिंदी भाषा को बढ़ावा मिले। भारत में ही तमाम राज्यों की अपनी भाषा और बोली होने के बावजूद लोग हिंदी भाषा सीखें। लोग इस भाषा को पढ़ें, लिखें और इसे बढ़ावा दें। पर इस दिन को मनाने के लिए एक खास तारीख का ही क्यों चुनाव किया गया है। क्या है इसके पीछे का कारण, आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
हिंदी दिवस कब है-
हिंदी दिवस हर साल 14 सितंबर के दिन मनाया जाता है। इस बार भी ये 14 सितंबर शनिवार के दिन मनाया जाएगा। इस बार सहकारिता मंत्री जी की अध्यक्षता में 14 सितंबर को भारत मंडपम में खास आयोजन किए जाएंगे। इस अवधि के दौरान सभी मंत्रालयों, विभागों और तमाम प्रकार की कार्मिकों को हिंदी में काम करने और फिर हिंदी को बढ़ावा देने के लिए तमाम प्रकार के आयोजनों को करने का आदेश दिया जाता है।
हिंदी दिवस क्यों मनाया जाता है-Hindi diwas 2024 History
हिंदी दिवस मनाने के पीछे कारण ये है कि इसी दिन 14 सितंबर, 1949 को हिंदी को राजभाषा के रूप मान्यता दी गई थी। संविधान की इसी भावना के अनुरूप गृह मंत्रालय का राजभाषा विभाग हिंदी दिवस मनाता है और भारत के तमाम ऑफिस या कहें कि दफ्तरी कामकाज में हिंदी के इस्तेमाल को बढ़ावा देने को कहता है।
हिन्दी दिवस का महत्व-Hindi diwas Importance
हिंदी भारत की आधिकारिक भाषा है, और हिंदी दिवस उस दिन को चिह्नित करता है जब इसे आधिकारिक तौर पर अपनाया गया था। हिंदी राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है और हिंदी दिवस विविध भाषाई और सांस्कृतिक समूहों के बीच एकता को बढ़ावा देता है। हिंदी भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग है, और हिंदी दिवस भाषा की समृद्ध साहित्यिक, काव्यात्मक और संगीतमय विरासत का जश्न मनाता है। हिंदी दिवस लोगों को हिंदी सीखने और बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करता है, खासकर युवा पीढ़ी के बीच।
हिंदी दिवस महान हिंदी लेखकों, कवियों और विद्वानों के योगदान का सम्मान करता है जिन्होंने भाषा को समृद्ध किया है। हिंदी दिवस सरकार के लिए हिंदी भाषा और साहित्य को बढ़ावा देने के लिए पहल और योजनाओं की घोषणा करने का एक अवसर है।