डब्ल्यूटीसी फाइनल हारने के बाद विराट की कप्तानी पर हुई थी चर्चा

संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और ओमान की धरती पर 18 अक्टूबर से आइसीसी टी-20 विश्व कप 2021 का आयोजन होना है।

Update: 2021-09-09 04:38 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और ओमान की धरती पर 18 अक्टूबर से आइसीसी टी-20 विश्व कप 2021 का आयोजन होना है। इसी मेगा इवेंट के लिए भारतीय टीम की घोषणा हो गई है, लेकिन इसके साथ ही विराट कोहली के कप्तानी पद के लिए डेडलाइन भी शुरू हो गई, क्योंकि यह संकेत मिले हैं कि अगर भारतीय टीम इस बार विश्व कप नहीं जीतती है तो विराट कोहली की कप्तानी जा सकती है।

विराट की कप्तानी में 2017 में चैंपियंस ट्राफी, 2019 में वनडे विश्व कप और इस साल विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल हारने से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) खुश नहीं है। जुलाई की शुरुआत में मुंबई में बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गांगुली, सचिव जय शाह, उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला और कोषाध्यक्ष अरुण धूमल की बैठक में इस पर लंबी चर्चा हुई थी। बीसीसीआइ और टीम इंडिया के बीच में सेतु का काम करने वाले एक अधिकारी ने टीम के अंदर चल रहीं गतिविधियों को लेकर बाकायदा इनपुट दिए थे।

कोच रवि शास्त्री के होने के बावजूद महेंद्र सिंह धौनी को मेंटर के तौर पर भेजना इसी बात का संकेत है कि बीसीसीआइ अपनी मेजबानी में होने वाले विश्व कप को हर कीमत पर जीतना चाहती है। बीसीसीआइ को शास्त्री और विराट की योजना से ज्यादा धौनी के दिमाग पर भरोसा है और उसे पता है कि वह टीम को एकजुट रखकर सही दिशा में ले जा सकते हैं। हालांकि, यूएई में धौनी के सुझावों का इस बात पर असर पड़ेगा कि मुख्य कोच रवि शास्त्री और कप्तान कोहली अंतिम एकादश का चयन कैसे करते हैं। यह नहीं भूलना चाहिए कि पंत के मेंटर धौनी हैं और पंत बिना किसी परेशानी के अंतिम एकादश में दिखाई देंगे।

डब्ल्यूटीसी फाइनल हारने के बाद विराट की कप्तानी पर हुई थी चर्चा

बीसीसीआइ इस विश्व कप और टीम को लेकर कितना गंभीर है इसका पता इससे चलता है कि जुलाई में ही भारतीय टीम और कप्तान विराट कोहली की भूमिका को लेकर जुलाई की शुरुआत में चर्चा हुई थी। साउथैंप्टन में 18 से 23 जून तक न्यूजीलैंड के खिलाफ हुए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल हारने से निराश बीसीसीआइ के पदाधिकारियों ने टीम और बोर्ड के बीच सेतु का काम करने वाले अधिकारी से इनपुट लिया था। बीसीसीआइ के एक सूत्र ने दैनिक जागरण को बताया कि बोर्ड के सभी अधिकारी डब्ल्यूटीसी फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ हार और उसमें दो स्पिनर खिलाने के फैसले से खफा थे।

एक पदाधिकारी ने बैठक में कहा था कि जब मैच से पहले इतनी बारिश हुई तो दो स्पिनर खिलाने की जरूरत क्या थी? यही नहीं, भुवनेश्वर कुमार को भी इंग्लैंड दौरे पर नहीं ले जाने और उसके बाद ये खबर बाहर आने के बाद कि वह टेस्ट नहीं खेलना चाहते, से भी पदाधिकारी नाराज दिखे थे। भुवनेश्वर ने ऐसी खबरें बाहर आने के बाद ट्वीट किया था कि वह सभी प्रारूपों (वनडे, टेस्ट, टी-20) में खेलने के लिए उपलब्ध हैं। सूत्र ने कहा कि वहां पर कुलदीप यादव को लेकर भी चर्चा हुई थी। बीसीसीआइ के पदाधिकारियों को लगता है कि जिस तरह उन्हें 2019 विश्व कप के बाद से कम मौके दिए गए और बाद में टीम से बाहर का रास्ता दिखाया गया, वह सही नहीं है।

इसको लेकर बीसीसीआइ में काम करने वाले एक अधिकारी ने टीम के अंदरूनी हालात और फैसले लेने के तरीकों पर पदाधिकारियों को अपडेट किया था। उस बैठक में एक पदाधिकारी ने तीनों प्रारूपों (टी-20, वनडे और टेस्ट) में अलग-अलग तीन कप्तान बनाने का तो दूसरे ने टेस्ट व सीमित ओवरों के प्रारूप (टी-20, वनडे) में अलग-अलग कप्तान बनाने का सुझाव दिया गया लेकिन तीसरे पदाधिकारी ने कहा कि विश्व कप से पहले कप्तानी में बदलाव करना सही नहीं है। जो भी बदलाव करने हैं उसके लिए हमें विश्व कप तक इंतजार करना चाहिए।

हालांकि, उस बैठक के बाद भारतीय टीम ने इंग्लैंड दौरे पर अच्छा प्रदर्शन किया और पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 से बढ़त ले ली। इसके बाद भी धौनी को मेंटर के तौर पर बीसीसीआइ ने रखकर बता दिया है कि उन्हें किस पर ज्यादा विश्वास है। अगर भारत विराट की कप्तानी में लगातार चौथी आइसीसी ट्राफी नहीं जीत पाता है तो अगले साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप में रोहित शर्मा कप्तानी करते हुए दिख सकते हैं। वहीं विराट टेस्ट के कप्तान बने रहेंगे क्योंकि इस फार्मेट में टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया है।

-कप्तान के तौर पर आइसीसी ट्राफी में विराट को ज्यादा मौके देने के पक्ष में नहीं है बोर्ड

-पदाधिकारियों के बीच विश्व कप के बाद कप्तानी के विकल्प पर हो चुकी है बैठक

-तीनों प्रारूपों के लिए अलग-अलग कप्तान या टेस्ट व सीमित ओवरों के प्रारूप के लिए दो अलग-अलग कप्तान को लेकर हुई चर्चा

-एक पदाधिकारी ने कहा था, विश्व कप के बाद ही कोई फैसला लेना चाहिए

-2017 चैंपियंस ट्राफी, 2019 वनडे विश्व कप, 2021 आइसीसी टेस्ट चैंपियनशिप गंवा चुके हैं कोहली

-अगर यह टी-20 विश्व कप नहीं जीती टीम तो ऑस्ट्रेलिया में कप्तानी करते दिख सकते हैं रोहित शर्मा

-छोटे फार्मेट में विराट और शास्त्री की रणनीति से ज्यादा बीसीसीआइ को धौनी के दिमाग पर भरोसा

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