विराट कोहली की मौज ही मौज, सलामी बल्लेबाजों की टीम तैयार

कहते हैं वो कप्तान खुशकिस्मत होता है जिसके पास टीम चुनने के लिए ज्यादा से ज्यादा विकल्प हों.

Update: 2021-06-11 16:16 GMT

कहते हैं वो कप्तान खुशकिस्मत होता है जिसके पास टीम चुनने के लिए ज्यादा से ज्यादा विकल्प हों. इस मामले में विराट कोहली (Virat Kohli) की किस्मत इन दिनों शानदार है. उनके पास खेल के हर डिपार्टमेंट में खिलाड़ी चुनने के लिए विकल्प हैं. विराट कोहली तो इस वक्त इंग्लैंड में हैं, जहां उन्हें पहले 18 तारीख से वर्ल्ड चैंपियनशिप का फाइनल (ICC World Test Championship Final) खेलना है और उसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज. कोरोना संक्रमण की वजह से बदली परिस्थितियों में श्रीलंका दौरे (Sri Lanka Tour) पर भारत की बिल्कुल अलग टीम जा रही है. गुरूवार को ही श्रीलंका के खिलाफ टीम का ऐलान हुआ. टीम की कमान शिखर धवन (Shikhar Dhawan) को सौंपी गई. लेकिन दिलचस्प बात है श्रीलंका दौरे के लिए टीम में चुने गए सलामी बल्लेबाज.

शिखर धवन तो टीम में हैं ही. उनके अलावा पृथ्वी साव, देवदत्त पडिक्कल, नीतिश राणा और ऋतुराज गायकवाड को टीम में बतौर सलामी बल्लेबाज चुना गया है. ये मत भूलिएगा कि उधर इंग्लैंड में रोहित शर्मा, शुभमन गिल और मयंक अग्रवाल भी बतौर सलामी बल्लेबाज मौजूद हैं. यानी कोरोना के बाद जब कभी परिस्थितियां सामान्य होंगी, तो विराट कोहली के पास सलामी बल्लेबाज के तौर पर आधा दर्जन विकल्प होंगे. अब बात करते हैं नीतिश राणा की. नीतिश राणा 2016 से आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेल रहे हैं. उन्होंने अब तक 67 मैच में 1638 रन बनाए हैं. उनकी औसत 28.24 की है. स्ट्राइक रेट 133.82. नीतिश राणा के खाते में 13 अर्धशतक भी हैं.
सलामी बल्लेबाजों की नई फौज देखिए
इंग्लैंड और श्रीलंका को मिलाकर रोहित शर्मा, मयंक अग्रवाल, शुभमन गिल, शिखर धवन और पृथ्वी शॉ ऐसे खिलाड़ी हैं जो भारत के लिए खेल चुके हैं. इनकी काबिलियत और आक्रामकता से क्रिकेट फैंस परिचित हैं. लेकिन देवदत्त पडिक्कल, ऋतुराज गायकवाड और नीतिश राणा ऐसे खिलाड़ी हैं जो आईपीएल की देन हैं. देवदत्त पडिक्कल (Devdutt Padikkal) रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) और ऋतुराज गायकवाड (Ruturaj Gaikwad) चेन्नई सुपरकिंग्स (CSK) के लिए बतौर सलामी बल्लेबाज खेलते हैं.
देवदत्त पडिक्कल का रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए ये दूसरा सीजन है. 2020 में उन्होंने 15 मैच में 473 रन बनाए थे. उनकी औसत करीब 32 की थी. स्ट्राइक रेट 125 के आस-पास. इस सीजन में भी उन्होंने 6 मैच खेले थे. इसमें उन्होंने एक शानदार शतक भी जड़ा था. 2021 में उनकी औसत 39 की थी. ऋतुराज गायकवाड का भी ये चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए ये दूसरा सीजन है. 2020 में उन्होंने 6 मैच में 51 की औसत से 204 रन बनाए थे. इसमें 3 अर्धशतक थे. इसके बाद 2021 सीजन में 7 मैच में 28 की औसत से 196 रन बनाए थे. इसमें भी 2 अर्धशतक शामिल हैं.
घरेलू क्रिकेट में अच्छे हैं इन सभी बल्लेबाजों के रिकॉर्ड्स
ऋतुराज गायकवाड और देवदत्त पडिक्कल ने घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया है. ऋतुराज गायकवाड़ अभी सिर्फ 22 साल के हैं. घरेलू क्रिकेट में वो महाराष्ट्र के लिए 11 शतक लगा चुके हैं. फर्स्ट क्लास मैच के 21 मैच में उन्होंने 38.54 की औसत से 1349 रन बनाए हैं. इसमें 4 शतक और 6 अर्धशतक शामिल हैं. लिस्ट ए के 59 मैच में उन्होंने 7 शतक लगाए हैं. इसमें गायकवाड की औसत 47.87 की है. देवदत्त पडिक्कल तो अभी 21 साल के भी नहीं हैं. वो कर्नाटक के लिए घरेलू क्रिकेट खेलते हैं.
भारत के लिए अंडर-19 क्रिकेट खेल चुके पडिक्कल ने 15 फर्स्ट क्लास मैच में 34.88 की औसत से 907 रन बनाए हैं. इसमें 10 अर्धशतक शामिल हैं. लिस्ट ए के 20 मैच में उनके पास 1387 रन हैं. इसमें 6 शतक हैं. उनकी औसत 86.68 की है. टी-20 फॉर्मेट में भी पड्डिकल 2 शतक लगा चुके हैं. इस फॉर्मेट में 39 मैच में उनके खाते में 1466 रन हैं. उनकी स्ट्राइक रेट 146.74 की है.
नीतिश राणा (Nitish Rana) घरेलू क्रिकेट में दिल्ली के लिए खेलते हैं. उन्होंने 38 फर्स्ट क्लास मैच में 2266 रन बनाए हैं. उनकी औसत 41.20 की है. उनके खाते में 6 फर्स्ट क्लास शतक हैं. लिस्ट ए में भी 58 मैचों में नीतिश राना ने 1940 रन बनाए हैं. इस फॉर्मेट में भी उन्होंने तीन शतक लगाए हैं. टी-20 फॉर्मेट में नीतिश राणा के खाते में शतक नहीं है. लेकिन उन्हें 122 मैचों का अनुभव है.
इसलिए है विराट की मौज ही मौज
फिलहाल तो कोरोना की वजह से हालात अलग हैं. लेकिन जब हालात सामान्य होंगे तो लाइन अप कुछ यूं होगा. पहली कतार में रोहित शर्मा और शिखर धवन होंगे. इसके बाद दूसरी कतार में पृथ्वी साव, शुभमन गिल और मयंक अग्रवाल जैसे बल्लेबाज होंगे. इसके बाद आएगी तीसरी कतार. इस तीसरी कतार में आएंगे गायकवाड़, पड्डिकल और नीतिश राना जैसे बल्लेबाज. जाहिर है इन सभी के खेलने के अंदाज से इन्हें अलग अलग फॉर्मेट के लिए टीम में चुना जाएगा. लेकिन बतौर कप्तान विराट कोहली के लिए तो इससे अच्छी बेंचस्ट्रेंथ हो ही नहीं सकती.
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