Uttarakhand रुद्रपुर : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को मनोज सरकार स्पोर्ट्स स्टेडियम, रुद्रपुर में 27 सितंबर तक आयोजित होने वाले पांचवें राज्य ओलंपिक खेलों का औपचारिक उद्घाटन किया। जब मुख्यमंत्री हेलीपैड से रोड शो के बाद स्टेडियम पहुंचे, तो खिलाड़ियों ने पुष्प वर्षा कर सीएम का स्वागत किया। धामी ने राष्ट्रीय और ओलंपिक ध्वज फहराया और विभिन्न जिलों से आई खेल टीमों के मार्च पास्ट की सलामी ली और शुभंकर और पदक का अनावरण कर खेलों का औपचारिक उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों, जिला प्रशासन और राज्य ओलंपिक संघ को बधाई देते हुए कहा कि यह खेल आयोजन न केवल उत्तराखंड के खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका देगा, बल्कि उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने के लिए भी प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन करना तथा उत्तराखण्ड के दूरस्थ क्षेत्रों सहित सभी मेहनती एवं समर्पित खिलाड़ियों को एक स्तरीय मंच प्रदान करना है। जिसके माध्यम से वे अपने खेलों को एक नई दिशा दे सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड को खेलों के क्षेत्र में अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित करने की दिशा में निरन्तर कार्य कर रही है। राज्य में खेलों एवं खिलाड़ियों को हर प्रकार से प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से ‘‘नई खेल नीति’’ लागू की गई है।
इस नीति के अन्तर्गत राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को ‘‘आउट ऑफ टर्न’’ सरकारी नौकरी देने की प्रथा प्रारम्भ की गई है। इस वर्ष पदक जीतने वाले राज्य के 31 खिलाड़ियों को सरकारी विभागों में नियुक्ति प्रदान की गई है तथा मुख्यमंत्री खेल विकास निधि के माध्यम से पूर्व में दी जाने वाली नकद पुरस्कार राशि में लगभग 100 प्रतिशत की वृद्धि की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के आवासीय स्पोर्ट्स कालेजों के खिलाड़ियों को निःशुल्क प्रशिक्षण, शिक्षा, आवास, भोजन एवं किट आदि उपलब्ध कराये जा रहे हैं। ‘‘मुख्यमंत्री उद्यमी खिलाड़ी उन्नयन योजना’’ एवं ‘‘मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना’’ के माध्यम से राज्य के उभरते खिलाड़ियों को छात्रवृत्ति दी जा रही है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को खेल उपकरण खरीदने के लिए प्रति वर्ष 10 हजार रूपये की धनराशि उपलब्ध करायी जा रही है तथा राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को दी जाने वाली खेल किट की धनराशि भी 3000 रूपये से बढ़ाकर 5000 रूपये कर दी गई है। इसी प्रकार प्रशिक्षकों को दी जाने वाली धनराशि में भी वृद्धि की गई है। इसी क्रम में दिव्यांग खिलाड़ियों एवं प्रशिक्षकों को भी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने ‘‘उत्तराखण्ड खेल रत्न एवं द्रोणाचार्य पुरस्कार’’ के साथ-साथ ‘‘हिमालय खेल रत्न पुरस्कार’’ देने की भी व्यवस्था की है, राज्य में सरकारी नौकरियों में 4 प्रतिशत खेल कोटा पुनः लागू किया गया है। राज्य के खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ राज्य में खेल अवसंरचना को भी मजबूत किया जा रहा है। नये खेल मैदानों के निर्माण एवं विद्यमान खेल मैदानों को राष्ट्रीय स्तर के मैदानों के रूप में विकसित करने का कार्य भी गतिमान है। जिससे हमारे राज्य में खेल अवसंरचना का विकास हो सके।
धामी ने कहा कि चम्पावत में शीघ्र ही 264 करोड़ रुपये की लागत से महिला स्पोर्ट्स कॉलेज की स्थापना की जाएगी। इसके साथ ही, राज्य में शीघ्र ही "खेल विश्वविद्यालय" भी बनेगा, जिससे हमारे खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय प्रशिक्षण, सुविधाएं और अधिक अवसर मिल सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के पास आगामी "राष्ट्रीय खेलों" की मेजबानी का अवसर है। इस आयोजन को ध्यान में रखते हुए राज्य में अवसंरचना सुविधाओं का विकास किया जा रहा है तथा खिलाड़ियों के प्रशिक्षण के लिए प्रशिक्षण शिविर भी आयोजित किए जा रहे हैं।
धामी ने कहा कि राज्य खेलों में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को निश्चित रूप से राष्ट्रीय खेलों में भी प्रतिभाग करने का अवसर मिलेगा। उन्होंने सभी खिलाड़ियों से अपेक्षा की कि वे कड़ी मेहनत करें तथा राज्य खेलों में पदक जीतने के साथ-साथ आगामी राष्ट्रीय खेलों में अधिक से अधिक पदक जीतकर राज्य का नाम रोशन करें। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि राज्य खेलों का यह आयोजन आपके खेल करियर को नई दिशा और गति देने का माध्यम बनेगा। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को रुद्रपुर में ओलंपिक एसोसिएशन के कार्यालय के लिए भूमि चिन्हित करने के भी निर्देश दिए। (एएनआई)