PM मोदी से मिलकर प्रेरित हुईं उन्नति, बोलीं- 'अगली बार महिला टीम भी जीतेगी'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने थॉमस कप और उबर कप में देश के लिए कमाल करने वाले खिलाड़ियों से मुलाकात की।

Update: 2022-05-22 15:46 GMT

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने थॉमस कप और उबर कप में देश के लिए कमाल करने वाले खिलाड़ियों से मुलाकात की। इस दौरान सभी खिलाड़ियों ने प्रधानमंत्री के साथ अपने अनुभव साझा किए। पीएम मोदी ने खिलाड़ियों की हौसला अफजाई की और उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। हाल ही में भारतीय टीम ने थॉमस कप अपने नाम किया था। भारत ने फाइनल में 14 बार की चैंपियन इंडोनेशिया को हराकर पहली बार यह खिताब अपने नाम किया था। टीम इंडिया पहली बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची थी।

भारत को थॉमस कप जिताने में सबसे ज्यादा योगदान किदांबी श्रीकांत, चिराग-सात्विक की जोड़ी और लक्ष्य सेन का था। इसके अलावा एचएस प्रणय ने भी मुश्किल समय में चोटिल होने के बावजूद जीत हासिल की थी और देश को चैंपियन बनाया था। उबर कप में भारतीय टीम मेजबान थाइलैंड से क्वार्टर फाइनल में हारकर बाहर हो गई थी।बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने कहा कि खिलाड़ी पदक जीतें या नहीं प्रधानमंत्री सीधे उनसे बात करके हमेशा उनका उत्साहवर्धन करते हैं। प्रधानमंत्री के साथ अक्सर मुलाकात होती रहती है। वो खेल और खिलाड़ियों पर नजर रखते हैं।
थॉमस कप में देश को पदक जिताने में अहम रोल अदा करने वाले खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत ने कहा "हमारे खिलाड़ी हमेशा यह कहने में गर्व महसूस करेंगे कि हमारे पास हमारे प्रधानमंत्री का समर्थन है। यह अतुलनीय है। जिस तरह से उन्होंने मैच के ठीक बाद हमसे बात की उससे मैं बेहद खुश हूं। यह सभी खिलाड़ियों को बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करेगा।"
खिलाड़ियों के साथ मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 'हां, हम कर सकते हैं' वाली सोच हमारे देश की नई मजबूती बन गई है। मैं विश्वास दिलाता हूं कि सरकार हमारे खिलाड़ियों को हर संभव मदद उपलब्ध कराएगी। उन्होंने देश की तरफ से पूरी बैडमिंटन टीम को बधाई दी।
पैर में दर्द के बावजूद मैच खेलकर भारत को जीत दिलाने वाले एच एस प्रणय ने कहा "हमारे लिए यह खुशी का समय है, क्योंकि हमने 73 साल में पहली बार थॉमस कप जीता। क्वार्टर फाइनल मैच में हम पर दबाव था, क्योंकि हमें पता था कि अगर हम हार गए तो मेडल नहीं जीत पाएंगे। हम अलग-अलग हालातों में जीतने के लिए प्रतिबद्ध थे।"
प्रधानमंत्री के साथ बातचीत के दौरान 14 साल की खिलाड़ी उन्नति हुड्डा ने कहा "जो मुझे सबसे ज्यादा प्रेरणा देता है वो यह है कि आप कभी भी मेडल जीतने वाले और हारने वाले खिलाड़ियों के साथ भेदभाव नहीं करते। मैंने इस टूर्नामेंट में बहुत कुछ सीखा। अगली बार महिला टीम को भी जीतना होगा।"


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