5 साल बाद इंग्लैंड टीम में लौटा ये धुरंधर
भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में मेजबान टीम ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग
भारत और इंग्लैंड (India vs England) के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में मेजबान टीम ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला किया है. इंग्लैंड की टीम तीन बदलावों के साथ उतर रही है. जिसमें एक ऐसा खिलाड़ी है जो टीम में पांच साल बाद वापसी कर रहा है. इस खिलाड़ी का नाम है हसीब हमीद (Haseeb Hameed). सलामी बल्लेबाज हमीद ने इंग्लैंड के लिए अभी तक तीन टेस्ट मैच खेले हैं और यह तीनों मैच उन्होंने भारत के खिलाफ भारत में ही खेले थे. तब से वह टीम से बाहर चले गए थे लेकिन अब उनकी टीम में वापसी हुई है. अपने पहले ही टेस्ट में हमीद ने कमाल किया था और अर्धशतक जमाया था. इस मैच में उनकी बल्लेबाजी ने सभी को प्रभावित किया था.
हमीद ने नौ से 13 नवंबर 2016 के बीच राजकोट में खेले गए पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड के लिए डेब्यू किया था. इस मैच में उन्होंने अर्धशतक जमाया था. पहली पारी में हमीद के बल्ले से 31 रन निकले थे लेकिन दूसरी पारी में हमीद ने अहम 82 रन बना इंग्लैंड को मैच ड्रॉ कराने में बड़ी भूमिका निभाई थी. उन्होंने इंग्लैंड के तत्कालीन कप्तान एलेस्टर कुक के साथ पहले विकेट के लिए 180 रनों की साझेदारी की थी. उस समय हमीद की उम्र महज 19 साल की थी. हमीद ने अभी तक इंग्लैंड के लिए तीन मैचों में कुल 219 रन बनाए हैं. इस दौरान उनका औसत 43.80 का रहा. अपने तीन मैचों के करियर में उन्होंने दो अर्धशतक जमाए हैं.
आठवें नंबर पर लगाया अर्धशतक
भारत के 2016 के इंग्लैंड दौरे पर सफल डेब्यू के बाद तीसरे टेस्ट मैच में हमीद की उंगली में चोट लग गई थी इसलिए तीसरे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में वह ओपनिंग करने नहीं आए थे. उन्होंने आठवें नंबर पर बल्लेबाजी की थी और नाबाद 59 रन बना सभी को अपनी प्रतिभा से प्रभावित किया था. अपनी पारी में उन्होंने छह चौके और एक छक्का लगया.
एक चोट ने कर दिया था बाहर
अपने पहले टेस्ट मैच में हमीद ने भारत के तीन बेहतरीन स्पिनरों- रवीचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा और अमित मिश्रा, की तिगड़ी को बहुत अच्छे से खेला था. लेकिन उनकी उंगली की चोट उनकी दुश्मन बन गई थी. उनकी उंगली में फ्रेक्चर हुआ था और इसी कारण वह टीम से बाहर चले गए थे. इसके बाद उनकी फॉर्म भी खराब हो गई थी जिसके कारण वह टीम से बाहर ही रहे थे, लेकिन हमीद ने फिर हिम्मत नहीं हारी और घरेलू क्रिकेट में लगातार रन बनाते चले गए. भारत के खिलाफ खेले गए अभ्यास मैच में वह काउंटी सिलेक्ट एकादश का हिस्सा थे. उन्होंने इस मैच में शानदार शतक जमाया था. यहीं से उन्होंने टीम में अपनी दावेदारी पेश कर दी थी. इससे पहले उन्होंने घरेलू सत्र में नॉटिंघमशायर से खेलते हुए शानदार बल्लेबाजी की थी और 42.43 की औसत से रन बनाए थे. न्यूजीलैंड सीरीज में उनका उपयोग नहीं किया गया था.