भारत-इंग्लैंड सीरीज में जारी रहेगा अम्पायरिंग से जुड़ा यह नियम, भारतीय टीम को मिल सकता है फायदा, पढ़ें पूरी खबर
भारत और इंग्लैंड के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरुआत चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम से होने वाली है।
भारत और इंग्लैंड के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरुआत चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम से होने वाली है। दोनों देशों के बीच इस सीरीज में कोई न्यूट्रल अम्पायर नहीं होगा। नितिन मेनन, अनिल चौधरी और विरेंदर शर्मा चेन्नई में दो टेस्ट मैचों में अम्पायरिंग करेंगे। मेनन आईसीसी के एलीट पैनल अम्पायर हैं जबकि चौधरी और विरेंदर अपना टेस्ट डेब्यू करेंगे। कोरोना काल के समय में टेस्ट मैचों में घरेलू अम्पायरों को नियुक्त करना पांच फरवरी से शुरू हो रही भारत-इंग्लैंड सीरीज में भी जारी रहेगा।
इंटरनेशनल क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने चेन्नई में होने वाले पहले दो टेस्टों के लिए अनिल चौधरी और विरेंदर शर्मा को अम्पायरिंग के लिए नियुक्त किया है। पहला टेस्ट पांच फरवरी से और दूसरा टेस्ट 13 फरवरी से शुरू होगा। आईसीसी के एलीट पैनल में मेनन एकमात्र भारतीय अम्पायर हैं और वह अपने चौथे टेस्ट में अम्पायरिंग करेंगे जबकि चौधरी और शर्मा दोनों का यह पहला टेस्ट होगा। हालांकि दोनों आईसीसी के अम्पायरों के इंटरनेशनल पैनल में शामिल हैं।
चौधरी को 20 वनडे और 28 टी-20 के अलावा आईपीएल में अम्पायरिंग करने का अनुभव है जबकि शर्मा ने दो वनडे और एक टी-20 में अम्पायरिंग की है। चौधरी पहले टेस्ट में मैदानी अम्पायर रहेंगे। शर्मा दूसरे टेस्ट में चौधरी की जगह लेंगे। इंटरनेशनल पैनल के अम्पायर सी शमशुद्दीन पहले टेस्ट में तीसरे अम्पायर होंगे। चौधरी दूसरे टेस्ट में तीसरे अम्पायर की भूमिका निभाएंगे। पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ इंग्लैंड के पूरे भारत दौरे में मैच रेफरी होंगे। इस दौरे में चार टेस्ट, पांच टी-20 और तीन वनडे खेले जाएंगे।