खतरे में इस खिलाड़ी का करियर, आईपीएल टीमों ने मोड़ लिया मुंह; टीम इंडिया से चल रहा बाहर
सभी टीमों ने इस प्लेयर को नजरअंदाज कर दिया है. ये खिलाड़ी अपनी क्लासिक बैटिंग के लिए फेमस है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दुनिया के सभी प्लेयर्स IPL में खेलना चाहते हैं. यहां खेलने पर प्लेयर्स को पैसा और शोहरत दोनों ही मिलती है. आईपीएल दुनिया की सबसे ज्यादा देखे जाने वाली लीग है. अब एक धाकड़ प्लेयर की हमेशा के लिए आईपीएल में एंट्री मुश्किल हो गई है. सभी टीमों ने इस प्लेयर को नजरअंदाज कर दिया है. ये खिलाड़ी अपनी क्लासिक बैटिंग के लिए फेमस है.
इस खिलाड़ी की मुश्किल होगी IPL में एंट्री
भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा बहुत ही खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं. उनको श्रीलंका के खिलाफ टीम इंडिया से बाहर का रास्ता दिखाया गया है. आईपीएल मेगा ऑक्शन 2022 में चेतेश्वर पुजारा के किसी भी टीम ने नहीं खरीदा है. ऐसे में अब दोबारा उनका आईपीएल में खेलना असंभव नजर आ रहा है.उनके बल्ले से रन निकल रहे हैं. वह रन बनाना तो दूर विकेट पर टिक ही नहीं पा रहे हैं. ऐसे में टीम इंडिया में उनक जगह आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने वाले प्लेयर्स ने ली है. पुजारा पिछले दो साल से कोई भी शतक भी नहीं लगा पाए हैं. धीरे-धीरे आईपीएल टीमों ने इस स्टार प्लेयर से अपना मुंह मोड़ लिया.
मेगा ऑक्शन में नहीं मिला कोई खरीददार
टीम इंडिया (Team India) की टेस्ट टीम की दीवार कहे जाने वाले चेतेश्वर पुजारा को कोई भी खरीददार नहीं मिला है. चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने आईपीएल (IPL) में ज्यादा मुकाबले नहीं खेले हैं. साल की 2021 की नीलामी में चेन्नई सुपरकिंग्स (CSK) ने उन्हें बेस प्राइज में खरीदा, लेकिन वो पूरे सीजन में बेंच पर ही बैठे रहे, लेकिन उन्हें बेंच पर ही बैठे-बैठे चैंपियन बनने की खुशी मिली थी. तब सीएसके ने केकेआर को हराकर खिताब जीता था.
बहुत कम आईपीएल खेले हैं पुजारा
चेतेश्वर पुजारा ने आईपीएल (IPL) में बहुत ही कम मैच खेले हैं. पुजारा ने साल 2010 में कोलकाता नाइटराइडर्स की तरफ से आईपीएल में डेब्यू किया था. 2011 से 2013 तक वो आरसीबी का हिस्सा रहे. वह अपने बल्ले का कमाल कभी भी टी20 में नहीं दिखा पाए. इसी वजह से उनको खरीदने में किसी भी टीम ने दिलचस्पी नहीं दिखाई है. पुजारा ने आईपीएल के 30 मैचों में 390 रन बनाए हैं. 2014 में उन्होंने अपना आखिरी मैच पंजाब किंग्स की तरफ से खेला था. उसके बाद उन्हें एक भी मैच खेलने का नसीब नहीं हुआ है.
धीमी बल्लेबाजी के लिए होती रही आलोचना
चेतेश्वर पुजारा की धीमी बल्लेबाजी को लेकर हमेशा ही आलोचना होती रही है. पुजारा टेस्ट फॉर्मेट के स्पेशलिस्ट बल्लेबाज माने जाते हैं और कई सालों से वो सिर्फ लंबे फॉर्मेट में ही खेलते नजर आ रहे हैं. इतना ही नहीं कुछ वक्त से वो टेस्ट फॉर्मेट में भी काफी संघर्ष रहे हैं. पुजारा का आईपीएल रिकॉर्ड बेहद खराब रहा है. यही वजह है कि कोई भी IPL टीम उनमें दिलचस्पी नहीं दिखाती.