Team India की हार का सबसे बड़ा विलेन निकला ये खिलाड़ी, बन गया सभी के लिए नासूर
टीम इंडिया का एक धाकड़ खिलाड़ी जो कभी उसकी सबसे बड़ी ताकत होता था, अब वो ही भारतीय टीम की सबसे बड़ी कमजोरी बन गया है.
टीम इंडिया का एक धाकड़ खिलाड़ी जो कभी उसकी सबसे बड़ी ताकत होता था, अब वो ही भारतीय टीम की सबसे बड़ी कमजोरी बन गया है. ये खिलाड़ी कभी टीम इंडिया (Team India) के लिए हीरो साबित होता था, लेकिन अब यह टीम इंडिया (Team India) के लिए विलेन साबित हो रहा है. ये खिलाड़ी टीम इंडिया (Team India) के लिए बोझ बनता जा रहा है.
टीम इंडिया की हार का सबसे बड़ा विलेन निकला ये खिलाड़ी
साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज में इस खिलाड़ी के घटिया प्रदर्शन की वजह से भारत दो मैच लगातार हार गया है. साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टी20 मैच में भी भारत को 4 विकेट से हार का सामना करना पड़ा है. इस हार के लिए सबसे बड़े जिम्मेदार लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल हैं. युजवेंद्र चहल ने इस मैच में अपने 4 ओवर में कोटे में कुल 49 रन लुटाए. युजवेंद्र चहल का इकोनॉमी रेट इस दौरान 12.20 का रहा. इस घटिया प्रदर्शन के कारण अगले मैच में युजवेंद्र चहल का पत्ता कटना तय नजर आ रहा है.
टीम इंडिया के लिए बन गया सबसे बड़ा नासूर
युजवेंद्र चहल साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टी20 मैच में भी बेहद महंगे साबित हुए थे. युजवेंद्र चहल ने पहले टी20 मैच में 2.1 ओवर में 26 रन लुटाए थे. युजवेंद्र चहल का इकोनॉमी रेट इस दौरान 12 का रहा. लगातार दो मैचों में इस घटिया प्रदर्शन के बाद तो युजवेंद्र चहल की टीम इंडिया में जगह नहीं बनती. युजवेंद्र चहल की जगह लेग स्पिनर रवि बिश्नोई टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन में जगह पाने के हकदार हैं.
अफ्रीकी बल्लेबाजों ने जमकर उड़ाई धज्जियां
युजवेंद्र चहल की अफ्रीकी बल्लेबाजों ने जमकर धज्जियां उड़ाई हैं. युजवेंद्र चहल अब टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन में जगह बनाने के लायक नहीं रहे. युजवेंद्र चहल ने भारत के लिए 61 वनडे मैचों में 104 विकेट और 56 टी20 मैचों में 69 विकेट हासिल किए हैं.
चहल की जगह ले सकता है ये प्लेयर
भारतीय टीम में युजवेंद्र चहल की तरह एक धाकड़ स्पिनर आया है, जो उनकी जगह ले सकता है. रवि बिश्नोई (Ravi Bishnoi) बहुत ही शानदार फॉर्म में चल रहे हैं. उनकी लहराती गेंदों को खेलना किसी के लिए भी आसान नहीं है. रवि बिश्नोई गेंद को बहुत ही तेजी से हवा में फेंकते हैं, जिससे किसी भी बल्लेबाज को शॉट लगाने का ज्यादा समय नहीं मिलता है.