बड़े हादसे से बच गया टीम इंडिया का ये खिलाड़ी, प्राइवेट पार्ट पर गेंद लगते ही हुआ बुरा हाल, देखे वीडियो
भारत और श्रीलंका के बीच धर्मशाला में रविवार को खेले गए तीसरे टी20 मैच के दौरान टीम इंडिया का एक खिलाड़ी बड़े हादसे से बाल-बाल बच गया. मैच के दौरान इस खिलाड़ी के साथ कुछ ऐसा हुआ, जिसकी कल्पना से भी हर कोई डरता है.
भारत और श्रीलंका के बीच धर्मशाला में रविवार को खेले गए तीसरे टी20 मैच के दौरान टीम इंडिया का एक खिलाड़ी बड़े हादसे से बाल-बाल बच गया. मैच के दौरान इस खिलाड़ी के साथ कुछ ऐसा हुआ, जिसकी कल्पना से भी हर कोई डरता है. टीम इंडिया के ऑलराउंडर वेंकटेश अय्यर को श्रीलंका के खिलाफ तीसरे टी20 मैच में फील्डिंग करते हुए प्राइवेट पार्ट पर गेंद लग गई.
प्राइवेट पार्ट पर गेंद लगते ही वेंकटेश अय्यर का बुरा हाल हो गया था, हालांकि गनीमत ये रही कि टीम इंडिया का ये खिलाड़ी बड़े हादसे से बाल-बाल बच गया. वेंकटेश अय्यर को यह चोट कैच लेने के दौरान लगी थी. वेंकटेश अय्यर ने श्रीलंका के विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश चांडीमल का कैच लपका था. इसी दौरान गेंद उनके प्राइवेट पार्ट पर लग गई. हालांकि, वेंकटेश अय्यर ने हिम्मत दिखाई और कैच नहीं छोड़ा. सोशल मीडिया पर इस घटना का Video वायरल हो रहा है.
दरअसल, श्रीलंका की पारी के 13वें ओवर में हर्षल पटेल गेंदबाजी के लिए आए और उनकी पहली ही गेंद पर चांडीमल ने हवा में शॉट खेल दिया. इसके बाद प्वाइंट पर खड़े वेंकटेश अय्यर ने गेंद को लपकने को कोशिश की, लेकिन गेंद उनके हाथ से छिटक कर उनके प्राइवेट पार्ट पर जा लगी. गेंद लगते ही वेंकटेश अय्यर की हालत खराब हो गई और वह दर्द से करहाने लगे. प्राइवेट पार्ट पर गेंद लगने के बावजूद वेंकटेश अय्यर ने दर्द में भी वह कैच पकड़ लिया और दिनेश चांडीमल को आउट होकर लौटना पड़ा.
भारत ने श्रीलंका का 3-0 से किया सूपड़ा साफ
बता दें कि भारत ने तीन मैचों की टी20 सीरीज में श्रीलंका का 3-0 से सफाया कर दिया है. श्रीलंका टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 5 विकेट पर 146 रन बनाए थे. जवाब में भारत ने 16.5 ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया. श्रेयस अय्यर की बल्लेबाजी से भारतीय टीम को मजबूती मिली. श्रेयस अय्यर ने 45 गेंदों में एक छक्के और नौ चौके की मदद से नाबाद 73 रन बनाए. वहीं, जडेजा ने 15 गेंदों में तीन चौके के साथ नाबाद 22 रन बनाए. वेंकटेश अय्यर की बात करें तो उन्होंने इस मैच में बल्लेबाजी करते हुए 4 गेंदों पर सिर्फ 5 रन ही बनाए. जबकि गेंदबाजी में उन्हें मौका ही नहीं मिला.