नहीं टूटेंगे क्रिकेट के ये 10 वर्ल्ड रिकॉर्ड, गेंदबाज एक मैच में ले चुका है 19 विकेट
कई रिकॉर्ड क्रिकेट में ऐसे भी बन चुके हैं जिन्हें तोड़ पाना लगभग नामुमकिन के बराबर है. अपनी इस रिपोर्ट में हम आपको ऐसे ही 10 रिकॉर्ड के बारे में बताने जा रहे हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। क्रिकेट एक ऐसा खेल है जिसमें आए दिन कोई ना कोई रिकॉर्ड टूटते और बनते रहते हैं. गेंदबाज हो या फिर बल्लेबाज आए दिन क्रिकेट के मैदान पर कुछ ऐसा देखने को मिल ही जाता है जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी. लेकिन कई रिकॉर्ड क्रिकेट में ऐसे भी बन चुके हैं जिन्हें तोड़ पाना लगभग नामुमकिन के बराबर है. अपनी इस रिपोर्ट में हम आपको ऐसे ही 10 रिकॉर्ड के बारे में बताने जा रहे हैं.
1. ब्रैडमैन का 99 रनों का औसत
ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज और दुनिया के सबसे कामयाब बल्लेबाज माने जाने वाले डॉन ब्रैडमैन के नाम क्रिकेट का एक रिकॉर्ड है जो शायद कभी ना टूटे. टेस्ट क्रिकेट में ब्रैडमैन का औसत 99.94 का है. खुद विराट कोहली और सचिन तेंदुलकर जैसे बल्लेबाज भी ब्रैडमैन के आस-पास भी नहीं है. उनका ये रिकॉर्ड मौजूदा समय में तो कोई तोड़ ही नहीं सकता.
2. मुरलीधरन के सबसे ज्यादा विकेट
जैसे सचिन तेंदुलकर के नाम क्रिकेट में सबसे ज्यादा रनों का रिकॉर्ड है वैसे ही श्रीलंका के दिग्गज स्पिनर मुथैया मुरलीधरन के नाम क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट्स का रिकॉर्ड हैं. मुरलीधरण ने अपने क्रिकेट करियर में कुल 1347 विकेट लिए हैं. वहीं दूसरे नंबर पर 1001 विकेट्स के साथ शेन वॉर्न का नाम आता है.
3. वनडे में सचिन के 18 हजार से ज्यादा रन
सचिन तेंदुलकर दुनिया के सबसे महान बल्लेबाज रहे हैं और उन्हें क्रिकेट का भगवान भी कहा जाता है. सचिन के नाम वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा 18426 रन हैं और इस रिकॉर्ड को तोड़ना फिलहाल तो नामुमकिन जैसा ही लगता है. इस लिस्ट में सचिन से बहुत पीछे हैं. बता दें कि सचिन के नाम टेस्ट क्रिकेट में भी सबसे ज्यादा रन हैं.
4. नाइट वॉचमैन ने ठोकी डबल सेंचुरी
टेस्ट क्रिकेट में अक्सर नाइट वॉचमैन तब बल्लेबाजी करने आता है जब टीम दिन के खत्म होने पर कोई टीम अपने मुख्य बल्लेबाज का विकेट बचाना चाह रही हो. लेकिन अगर हम आपको बताएं कि एक नाइट वॉचमैन डबल सेंचुरी भी लगा चुका है. जी हां, 2006 में चटगांव में खेला गए एक टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जेसन गिलेस्पी ने नाइट वॉचमैन के तौर पर उतरने के बाद नाबाद 201 रन की पारी खेली थी.
5. रोहित शर्मा की 264 रनों की पारी
टीम इंडिया के हिटमैन ओपनर रोहित शर्मा के नाम वनडे मैच की एक पारी में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड है. रोहित शर्मा ने 2014 में श्रीलंका के खिलाफ 264 रन ठोक दिए थे. यह रिकॉर्ड ऐसा है जिसे शायद आने वाले समय में रोहित खुद भी ना तोड़ पाएं. इतना ही नहीं रोहित शर्मा वनडे क्रिकेट में तीन बार दोहरा शतक लगा चुके हैं.
6. गेल की 175 रन की पारी
साल 2013 के आईपीएल में क्रिस गेल ने एक ऐसी पारी खेली जिसे देखकर सब भौच्चके रह गए, उन्होंने इस तरह से पूणे वॉरियर्स के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की और मैदान में चारो तरफ चौके और छक्के ही नज़र आए. उनकी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी का आलम ये था कि उन्होनें कब चिन्नास्वामी स्टेडियम में 66 गेंदों में नाबाद 175 रन बना डाले इस बात का पता ही नहीं चला. अपनी पारी के दौरान, बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने टी 20 में सबसे तेज 100 और टी 20 में सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड तोड़ा. अगर भविष्य में किसी को इस रिकॉर्ड को तोड़ना है तो उसे वैसी ही आतिशी बल्लेबाजी करनी होगी जैसी उस दिन गेल ने की थी.
7. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 61760 रन
इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर सर जैक होब्स के नाम फर्स्ट क्लास क्रिकेट में कुल 61760 रन हैं. फर्स्ट क्लास में इतने रनों के आस-पास भी आजतक कोई बल्लेबाज नहीं पहुंचा है. यहां तक कि विराट कोहली, सचिन तेंदुलकर और रिकी पोंटिंग जैसे बल्लेबाज टॉप 10 में भी नहीं है.
8. बिना शतक के मिस्बाह के सबसे ज्यादा रन
पाकिस्तान के मिस्बाह उल हक उनके लिए सबसे बेहतरीन मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज रहे हैं. मिस्बाह ने अपने वनडे करियर में 162 वनडे मैचों में 43.41 की औसत से कुल 5122 रन बनाए लेकिन कभी भी वो शतक नही लगा पाए. ये रिकॉर्ड आने वाले समय में दोबारा बने इसका चांस बेहद कम ही है.
9. एक टेस्ट में 19 विकेट
इंग्लैंड के दिग्गज गेंदबाज जिम लेकर ने 1956 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक टेस्ट में 19 विकेट लिए थे. ये एक ऐसा रिकॉर्ड है जिसे कभी नहीं तोड़ा जा सकता है. इस रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए किसी गेंदबाज को 20 विकेट हासिल करने होंगे. ये क्रिकेट के उन रिकॉर्ड्स में से है जिन्हें तोड़न लगभग नामुमकिन ही है.
10. एक वनडे मैच में 8 विकेट
श्रीलंका के दिग्गज तेज गेंदबाज चामिंडा वास के नाम एक बड़ा रिकॉर्ड है. उन्होंने 2001 में वनडे मैच में 19 रन देकर 8 विकेट हासिल किए थे. 21 सालों के बाद भी आजतक ये रिकॉर्ड कोई खिलाड़ी नहीं तोड़ पाया है.