गिल के फेल होते ही फ्लॉप हुई बल्लेबाजी फिर गेंदबाजों ने किया निराश
आईपीएल 2021 में उलटफेर का दौर शुरू हो चुका है। अंक तालिका में शुरुआती चार स्थान पर काबिज टीमें नीचे वाली टीमों से हार रही हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आईपीएल 2021 में उलटफेर का दौर शुरू हो चुका है। अंक तालिका में शुरुआती चार स्थान पर काबिज टीमें नीचे वाली टीमों से हार रही हैं। पहले दिल्ली ने कोलकाता को हराया फिर लखनऊ को राजस्थान से हार मिली अब सनराइजर्स हैदराबाद ने लगातार तीन मैच जीतने वाली गुजरात की टीम को हरा दिया है। अब तक गुजरात टूर्नामेंट की एकमात्र टीम थी, जो कोई मैच नहीं हारी थी, लेकिन अब उसका विजय रथ भी रुक चुका है। सनराइजर्स हैदराबाद ने गुजरात को आठ विकेट से हराया है। कप्तान केन विलियम्सन ने शानदार अर्धशतक लगाकर अपनी टीम को जीत दिलाई। इस मैच में गुजरात की टीम ने कई गलतियां की और मैच गंवा दिया। यहां हम बता रहे हैं कि गुजरात की टीम कहां मैच हार गई और क्या मैच के टर्निंग प्वाइंट रहे।
मैच में टर्निंग प्वाइंट
1. इस मैच में गुजरात के सबसे सफल बल्लेबाज शुभमन गिल तीसरे ओवर में ही पवेलियन लौट गए। भुवनेश्वर कुमार ने उन्हें राहुल त्रिपाठी के हाथों कैच कराया। इसके साथ ही गुजरात की बल्लेबाजी कमजोर पड़ गई। गिल इस टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं और उनके आउट होने के बाद सभी बल्लेबाज दबाव में आ गए।
2. गिल के बाद गुजरात के सभी बल्लेबाज एक-एक करके आउट होते गए। इसका असर कप्तान हार्दिक की पारी पर भी पड़ा और उन्होंने अपने आईपीएल करियर का सबसे धीमा अर्धशतक लगाया। अभिनव मनोहर 35 के अलावा कोई बल्लेबाज हार्दिक का साथ नहीं दे सका और गुजरात की टीम बड़ा स्कोर नहीं बना पाई। डी वाई पाटिल स्टेडियम में 163 रन के लक्ष्य का पीछा करना आसान रहता है और हुआ भी ऐसा ही। हैदराबाद ने आसानी से लक्ष्य का पीछा कर लिया।
3. गुजरात की दमदार गेंदबाजी और हैदराबाद की कमजोर बल्लेबाजी को देखते हुए 162 रन का लक्ष्य चुनौतीपूर्ण लग रहा था, लेकिन इस मैच में गुजरात के गेंदबाज बेबस नजर आए। इस टूर्नामेंट में पहली बार गुजरात की टीम पावरप्ले में कोई विकेट नहीं ले सकी। विलियम्सन और अभिषेक शर्मा ने पहले विकेट के लिए 64 रन जोड़े। यहीं से मैच हैदराबाद के पक्ष में आ चुका था। इसके बाद विलियम्सन ने राहुल त्रिपाठी के साथ 65 रन की साझेदारी कर मैच खत्म कर दिया।
कैसा रहा दोनों कप्तानों का प्रदर्शन?
हैदराबाद की टीम लगातार दो मैच जीत चुकी है और अब केन विलियम्सन की कप्तानी भी प्रभावी नजर आ रही है। इस मैच में भी उन्होंने अपने चिर परिचित अंदाज में अपनी टीम को मैच जिताया। टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया और अपने गेंदबाजों को सही तरीके से चलाया। गुजरात को छोटे स्कोर पर रोका और बल्लेबाजी के दौरान संयम के साथ खेले। अपनी टीम की जीत पक्की करने के बाद वो आउट भी हुए, लेकिन तब तक गुजरात की टीम मैच से बाहर हो चुकी थी।
गुजरात के कप्तान हार्दिक पांड्या मुश्किल हालातों में दबाव में आ गए। उन्होंने 50 रन जरूर बनाए, लेकिन अपने नाम के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए। उन्हें विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए जाना जाता है, लेकिन इस मैच में उन्होंने 42 गेंद में 50 रन बनाए। उनकी धीमी पारी की बदौलत गुजरात 20 ओवर में 162 रन ही बना सकी। गेंदबाजी में भी हार्दिक जल्दी विकेट निकालने के लिए राशिद खान को पहले ला सकते थे, लेकिन उन्होंने खुद दूसरा ओवर किया और अंत में यह मैच हार गए।
गुजरात के लिए मैच में क्या-क्या हुआ?
सकारात्मक पक्ष: शुभमन गिल के न चलने पर भी टीम 162 तक का स्कोर बना पाई। इसकी संभावना कम दिख रही थी। कप्तान हार्दिक ने अर्धशतक लगाया। वहीं अभिनव मनोहर ने भी अच्छी पारी खेली। शमी, हार्दिक और राशिद ने अच्छी गेंदबाजी की। हार्दिक और राशिद को एक-एक विकेट मिला। वहीं शमी को कोई सफलता नहीं मिली, लेकिन तीनों गेंदबाजों ने ज्यादा रन नहीं खर्चे।
नकारात्मक पक्ष: गिल के फ्लॉप होते ही सभी बल्लेबाज दबाव में आ गए और टीम बड़ा स्कोर नहीं बना पाई। गुजरात की मजबूत गेंदबाजी भी फ्लॉप रही। पावरप्ले में गेंदबाज कोई विकेट नहीं ले पाए। फर्ग्यूसन ने चार ओवरों में 46 रन दिए। दर्शन नालकंडे ने 10.20 और राहुल तेवतिया ने 10 की इकोनॉमी से रन खर्चे। इसी वजह से टीम मैच हार गई।
हैदराबाद के लिए मैच में क्या-क्या हुआ?
सकारात्मक पक्ष: हैदराबाद की टीम लगातार दूसरा मैच जीती है। कप्तान विलियम्सन ने अर्धशतक लगाया और अभिषेक शर्मा ने भी 42 रन की बेहतरीन पारी खेली। ओपनिंग जोड़ी के रन बनाने से टीम की बल्लेबाजी मजबूत दिख रही है। वहीं गेंदबाज भी अच्छी लय में दिखे। सभी गेंदबाजों ने कंजूसी से रन खर्चे और भुवनेश्वर-नटराजन ने विकेट भी निकाले।
नकारात्मक पक्ष: हैदराबाद की टीम ने इस मैच में कुल 22 अतिरिक्त रन दिए। 20 ओवर के मैच में यह बहुत ज्यादा अतिरिक्त रन थे। गुजरात की पारी में हार्दिक और अभिनव मनोहर के बाद तीसरा सबसे ज्यादा योगदान अतिरिक्त रनों का था। अकेले भुवनेश्वर ने 12 अतिरिक्त रन दिए। कप्तान विलियम्सन ने अर्धशतक जरूर लगाया, लेकिन धीमी पारी खेली। छोटा लक्ष्य होने के कारण बाकी बल्लेबाजों को तकलीफ नहीं हुई, लेकिन बड़ा लक्ष्य मिलने पर विलियम्सन की धीमी बल्लेबाजी टीम को मुश्किल में डाल सकती है।